लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के 72 स्थानों से ऑटो, टेंपो का संचालन किया जाएगा और ई रिक्शा संचालन के लिए अलग से जोन बनेंगे। इसको लेकर डीएम सूर्यपाल गंगवार ने एनआईसी सभागार में बैठक कर रणनीति तय की, जिसमें नगर निगम व ऑटो रिक्शा एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों द्वारा अवगत कराया गया कि पूर्व में हुई बैठकों में आटो-टेंपो के ठहराव स्थलों का संचालन संयुक्त मोर्चा द्वारा नामित समितियों के माध्यम से करवाने की बात तय हुई थी। 13 मार्च 2023 को हुई बैठक के दौरान जनपद के नगरीय क्षेत्र में चिन्हित 71 स्थलों (44 ठहराव स्थल एवं शेष 27 पिकप-ड्राप प्वाइंटस) के संबंध में अलग-अलग संचालन समितियों का गठन कर लिया गया है, जिसका ठहराव स्थलवार संचालन समिति के सदस्यों का पूरा विवरण दिया जा चुका है। एक अन्य ठहराव स्थल भी प्रस्तावित किया गया है। संयुक्त एसोसिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा निम्न प्रतिबंधात्मक शर्तो के अधीन चिन्हित 72 स्थलों हेतु नामित संचालन समितियों के माध्यम से संचालन की अनुमति प्रदान किए जाने का अनुरोध किया गया। बैठक में कई बिंदुओं पर गाइडलाइंस जारी की गईं।

ये हैैं गाइडलाइंस

नई समिति नामित करने की जिम्मेदारी

संयुक्त मोर्चा द्वारा अलग-अलग ठहराव स्थलों के लिए नामित संचालन समितियों को समय-समय पर समीक्षा समिति द्वारा दिए जाने वाले दिशा-निर्देशों का अक्षरश: पालन करेगी। इसके साथ ही संयुक्त मोर्चा द्वारा अलग-अलग ठहराव स्थलों के लिए नामित संचालन समितियों द्वारा संचालन के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन न करने पर उक्त समिति को बर्खास्त कर नई समिति नामित करने की जिम्मेदारी समीक्षा समिति को होगी।

खोया पाया रजिस्टर रखा जाएगा

आटो-टेंपो के प्रत्येक ठहराव स्थल पर सवारियों की सहायता के लिए खोया-पाया रजिस्टर व ठहराव स्थल से संचालित आटो-टेंपो संचालकों, चालकों का विवरण रखा जाना अनिवार्य होगा। ठहराव स्थलों पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए वर्दी व फोटोयुक्त परिचय पत्र अनिवार्य होगा। आटो-टेंपो चालकों, संचालकों व यात्रियों की समस्याओं के निराकरण के लिए संयुक्त मोर्चा द्वारा एक पोर्टल विकसित किया जायेगा।

समीक्षा समिति का गठन

बैठक में विचार विमर्श के दौरान शहरी क्षेत्र में सुगम यातायात प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए प्रायोगिक तौर पर आटो रिक्शा-टेंपो के ठहराव स्थलों के संचालन का अधिकार टेंपो-टैक्सी एवं आटो रिक्शा संयुक्त एसोसिएशन लखनऊ द्वारा नामित संचालन समितियों के माध्यम से किया जाएगा। ठहराव स्थलों के लिए नामित संचालन समितियों के क्रियाकलापों की समय-समय पर समीक्षा करने के लिए अपर जिलाधिकारी (नगर-पूर्वी) लखनऊ की अध्यक्षता में समीक्षा समिति का गठन, जिसमें अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) लखनऊ, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) तथा संयुक्त एसोसिएशन के दो पदाधिकारी सदस्य के रूप में सम्मिलित रहेंगे। उक्त के साथ ही समिति प्रत्येक त्रैमास नामित संचालन समितियों के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन कराने एवं सेवा शर्तो के उल्लंघन की दशा में संबंधित संचालन समिति को प्रतिबंधित करने के लिए अपनी संस्तुति नगर आयुक्त, नगर निगम के माध्यम से जिलाधिकारी को उपलब्ध करायेगी।

तैयार होगा ट्रैफिक मास्टर प्लान

डीएम द्वारा सुचारू रूप से यातायात के संचालन के लिए ट्रैफिक मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए गए। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी लखनऊ को यह भी निर्देश दिए गये कि यातायात प्रबंधन को माडल के रूप में विकसित किए जाने हेतु पुलिस उपायुक्त (यातायात) से समंवय स्थापित करते हुए बेस्ट ट्रैफिक प्रेक्टिसेस की रणनीति तैयार कर विस्तृत मानचित्र आधरित कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करेंगे। इस कार्य हेतु किसी तकनीकी संस्था के सहयोग की आवश्यकता हो तो उसका भी प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। बैठक में डीएम द्वारा बताया गया की पूरे जनपद के रूट्स की कलर कोडिंग करते हुए मैपिंग और स्टैंडों का चिन्हांकन मैप पर किया जाए। हर रूट पर कितने स्टैंड हैं, इसका चिन्हांकन भी मैप पर किया जाए और यह मैप हर स्टैंड पर लगा हो ताकि आम जनमानस को रूट्स के बारे में पूरी जानकारी रहे। उक्त के साथ ही मेट्रो, भारी वाहनों, टेंपो-टैक्सी व ऑटो के रूटों का निर्धारण कलर कोडिंग करते हुए किया जाए। इसी प्रकार ई रिक्शा संचालन वाले जोन की अलग कलर कोडिंग की जाए।

ये रहे मौजूद

बैठक में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, सहायक पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक अजय कुमार, एडीएम प्रशासन बिपिन कुमार मिश्र, एडीएम पूर्वी अमित कुमार, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अमित राजन राय भी मौजूद रहे।