- 30 अक्टूबर को एल्डिको अपार्टमेंट में की थी चोरी
- 2 मेंबर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- गैंग का मास्टरमाइंड है पूर्व फौजी सतपाल सिंह
- 100 से अधिक वारदातों को देश में दे चुका है अंजाम
- 2 लग्जरी कार पुलिस ने गैंग के मेंबर के पास से की बरामद
- 20 से 25 मिनट में चोरी की वारदात को देते हैं अंजाम
- सात साल फौज में की थी नौकरी, मेडिकल अनफिट होने पर लौट गया था
- गूगल से सर्च कर देश के कई शहरों की वीवीआईपी कॉलोनी को बनाता था निशाना
LUCKNOW : कभी देश की रक्षा के लिए जान न्यौछावर करने वाला फौजी अब पुलिस ही नहीं पब्लिक के लिए भी मुसीबत बन गया है। कारगिल युद्ध में लड़ने वाला फौजी अब क्राइम की दुनिया का 'मोस्ट वांटेड' बन गया है। उसके खिलाफ देश के कई प्रांतों में 100 से ज्यादा हत्या, लूट, डकैती, चोरी व नकबजनी के केस दर्ज हैं। गैंग का मास्टरमाइंड कभी अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखता है, जिसके चलते पुलिस की पकड़ से दूर है। गूगल पर देश की वीवीआईपी कॉलोनी को सर्च कर उन कॉलोनी में वारदात को अंजाम देता है। गोमतीनगर में एल्डिको अपार्टमेंट में हुई वारदात में गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिसके बाद मामला सामने आया। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो लग्जरी गाड़ी के अलावा कई अन्य सामान भी बरामद किया हैं। पुलिस 'मोस्ट वांटेड' फौजी की तलाश कर रही है।
दिनदहाड़े 40 मिनट में किया था घर साफ
गोमतीनगर के वीवीआईपी कॉलोनी एल्डिको अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 304 में 30 अक्टूबर को चोरों ने दिन दहाड़े चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर लग्जरी स्कोडा कार से अपार्टमेंट में दोपहर 2.40 बजे दाखिल हुए थे और 3.20 बजे वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। वारदात के समय घर में मालिक मौजूद नहीं थे। वीवीआईपी कॉलोनी में हुई चोरी की वारदात के बाद पुलिस चोरों का सुराग लगा रही थी।
गुरुजी के नाम से गैंग में फेमस है 'मोस्ट वांटेड'
गोमतीनगर पुलिस को उसी नंबर की स्कोडा और हुडंई विश्वास खंड के पास नजर आई, जिसमें दो लोग सवार थे। पुलिस ने कर्बला के पीछे घेराबंदी कर गाडि़यों संग दो लोगों को दबोच लिया। पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम हरियाणा महेन्द्रगढ़ निवासी सोमवीर उर्फ सोनी और जयपुर अर्चनानगर निवासी आलोक चौमाल उर्फ लोकेश बताया। पूछताछ में दोनों ने चोरी की बात स्वीकार कर ली। उन्होंने बताया कि उनके गैंग का मास्टर माइंड कासन मानेसर गुड़गांव का सतपाल सिंह चौहान है, जिसे पूरा गैंग गुरुजी के नाम से पुकारता है।
कारगिल युद्ध में शामिल था 'गुरुजी'
गोमतीनगर पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि सतपाल सिंह चौहान फौज में था और कारगिल युद्ध में लड़ाई भी लड़ी थी। 7 सात साल पहले मेडिकल अनफिट होने पर वह घर लौट आया था, जिसके बाद से उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और देखते-देखते सौ से ज्यादा वारदात को अंजाम दिया। उस पर देश के कई प्रांत में 100 से ज्यादा हत्या, लूट, डकैती, चोरी व नकबजनी के केस दर्ज हैं।
नहीं रखता है मोबाइल फोन
पुलिस के अनुसार गैंग का मास्टर माइंड सतपाल सिंह उर्फ फौजी उर्फ गुरुजी पुलिस से बचने के लिए अपने पास मोबाइल नहीं रखता है। वह अपराध से कमाई कर संपत्ति भी अपने नाम पर नहीं रखता है। सारी संपत्ति उनसे अपने दोस्त, रिश्तेदार और गैंग के मेंबर्स के नाम कर रखी है। इसके अलावा उनके नाम पर ही बैैंक में लॉकर्स लिए हैं और चोरी, लूट की ज्वैलरी उन्हीं लॉकर्स में रखता है। ज्वैलरी पर उनसे लोन भी ले रखा है।
9.75 लाख का लाख उड़ाया था
एल्डिको के फ्लैट नंबर 304 से सोमवीर, आलोक और दीपक ने 9.75 लाख रुपये की ज्वैलरी उड़ाई थी, जिसमें तीनों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये मिले थे और बाकी गुरुजी को हिस्सा पहुंचा था। गैंग लग्जरी गाड़ी से वारदात को अंजाम देता था ताकि वीवीआईपी कॉलोनी में इंट्री के समय उनपर कोई शक न कर सके। 20 से 25 मिनट में वारदात को अंजाम देकर वह शहर छोड़ देते थे।
गूगल पर सर्च करता है वीवीआईपी कॉलोनी
पुलिस के अनुसार वारदात के लिए शहर और स्पॉट फौजी उर्फ गुरुजी फिक्स करता था। वह पहले गूगल सर्च कर शहर की वीवीआईपी कॉलोनी की डिटेल लेता था और फिर गैंग के मेंबर्स को पूरी डिटेल के साथ उस शहर में भेजता था। इससे पहले गुजरात में गैंग के दो मेंबर लग्जरी गाड़ी के साथ पकड़े गए थे। मोस्ट वांटेड गुरुजी को हरियाणा के साथ-साथ कई प्रदेश की पुलिस तलाश कर रही है और अब वह लखनऊ पुलिस के लिए भी वांडेट बन गया है।
इन प्रांत में वारदात कर चुका गैंग
सूरत (गुजरात)
उदयपुर (राजस्थान)
उज्जैन (मध्य प्रदेश
कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)
गुड़गांव (हरियाणा)
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
दिल्ली