लखनऊ (ब्यूरो)। संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड की पहेली पांच दिन बाद भी सुलझ नहीं पाई है। पुलिस की जांच में एक के बाद एक लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिसे लेकर पुलिस अब सभी की एक लंबी लिस्ट तैयार कर रही है। जिसमें आयोध्या, मैनपुरी और सुल्तानपुर के कई ऐसे लोग शामिल हैं, जो जीवा के संपर्क में थे। पुलिस अब इन सभी की कुंडली खोलने की तैयारी में है, ताकि जीवा हत्याकांड का खुलासा हो सके। साथ ही वारदात को अंजाम देने वाले विजय यादव उर्फ आनंद की कुंडली और एक-एक बयान की जांच भी की जा रही है। लखनऊ जेल में बंद आतिफ की भी कुंडली खंगाली गई है।

इन सवालों का जवाब तलाश रही पुलिस

पुलिस की जांच में सामने आया है कि पिछले काफी समय से जीवा मैनपुरी और लखनऊ जेल में बंद रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जीवा की हत्या का कनेक्शन उससे मिलने वालों से जुड़ा है, इसलिए हाल-फिलहाल में उससे किस-किसने मुलाकात की है। कौन उसका सबसे करीबी है? जीवा से मुलाकात करने की वजह क्या थी? क्या उसके गैंग में भी किसी तरह की वर्चस्व की जंग थी? जीवा की किन-किन से दुश्मनी थी? कौन-कौन उसके सबसे खास थे? इन सभी सवालों का जवाब तलाशने के लिए पुलिस अब जेलों की विजिटर्स लिस्ट खंगालने में जुट गई है।

इन शहरों से भी जुड़ रहे तार

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच में यह भी सामने आया है कि अयोध्या और जौनपुर से कुछ चुनिंदा लोग हैं, जो लगातार जीवा के संपर्क में रहते थे। ये ऐसे लोग हैं जो जीवा से मैनपुरी और लखनऊ जेल, दोनों जगह मिलने आते थे। ऐसे में हत्या के तार अयोध्या, जौनपुर और सुल्तानपुर से जुड़ सकते हैं। हालांकि, पुलिस अधिकारी इसे लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। बता दें कि हत्या के बाद पुलिस अबतक 50 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरा खंगाल चुकी है, लेकिन अबतक आरोपी विजय के साथ आए अन्य आरोपियों की पहचान को लेकर कोई सफलता नहीं मिली है।

रिमांड के लिए आज कोर्ट में लगाएगी अर्जी

दूसरी तरफ पुलिस विजय को रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को अदालत में अर्जी लगाएगी। आरोपी की रिमांड मिलने के बाद पुलिस इस तफ्तीश को आगे बढ़ाएगी। एक पुलिस अफसर ने बताया कि जौनपुर से लेकर नेपाल तक आरोपी के कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। हालांकि, अभी तक कोई खास क्लू नहीं मिला है। आरोपी के रिमांड पर आने के बाद पड़ताल आगे बढ़ सकेगी।