लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा गुरुवार से कड़ी निगरानी के बीच शुरू हो गई। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि पहले दिन दोनों पालियों में शांतिपूर्वक और नकलविहीन परीक्षा संपन्न हुई। पहले दिन दो पालियों में परीक्षा हुई। पहली पाली में सुबह 8 बजे से 11:15 बजे तक हाईस्कूल का हिन्दी पेपर हुआ। वहीं, दोपहर की पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक इंटरमीडिएट प्रारंभिक हिन्दी की परीक्षा हुई। शहर के सभी केंद्रों पर जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से कड़ी निगरानी रखी गई। इसके साथ ही बनाई गईं 6 सचल दल की टीमों ने 38 परीक्षा केंद्रोंं का निरीक्षण भी किया। पहले दिन हाईस्कूल में कुल पंजीकृत 54902 स्टूडेंट्स में से 51628 ने परीक्षा दी। 3279 ने परीक्षा छोड़ दी। वहीं, दूसरी पाली में इंटरमीडिएट के कुल 48941 पंजीकृत स्टूडेंट्स में से 45630 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी। 3311 ने गैरहाजिर रहे।

जेडी ने बढ़ाया बच्चों का उत्साह

पहले दिन राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में सुबह की पाली में एग्जाम देने आए स्टूडेंट्स का जेडी सुरेंद्र कुमार तिवारी, डीआईओएस राकेश कुमार, डीआईओएस 2 राघवेंद्र सिंह बघेल, एडीआईओएस पूनम शाही, सह निरीक्षक आंग्ल भारतीय विद्यालय रीता सिंह, बीएसए अरुण कुमार, प्रिंसिपल धीरेंद्र मिश्र ने बच्चों को टीका लगाकर, गुलाब और टॉफी देकर स्वागत किया। साथ ही शुभकामनाएं भी दीं। इसी तरह राजकीय निशातगंज में गुलाब देकर बच्चों का स्वागत हुआ। बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल में भी स्टूडेंट्स की आरती कर फूलों की बारिश के साथ उन्हें परीक्षा के लिए ऑल द बेस्ट बोला गया।

सचल दल की टीमोंं ने किया निरीक्षण

पहले दिन हिन्दी की परीक्षा में सचल दल भी काफी एक्टिव दिखा। दोनों पालियों में कुल 38 केंद्रों का निरीक्षण किया गया। पहली पाली में सचल दल की पहली टीम ने सिटी नोबेल अकेडमी जानकीपुरम, शिया इंटर कॉलेज, संत एस राम इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। दूसरी टीम ने राजकीय हुसैनाबाद इंटर कॉलेज, हनुमान प्रसाद रस्तोगी गल्र्स इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज शाहमीना रोड, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज छोटी जुबिली, टीम 3 ने फ्लोरेंस नाइटिंगल पब्लिक इंटर कॉलेज, राष्ट्रपिता स्मारक इंटर कॉलेज, श्री दुर्गा शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज बीकेटी, बक्शी का तालाब इंटर कॉलेज, बाल निकुंज इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। इसके अलावा चौथी, पांचवीं और छठीं टीम ने डीएवर इंटर कॉलेज, महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज, नवयुग कन्या इंटर कॉलेज, राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, सुन्नी इंटर कॉलेज, गिरधारी सिंह इंटर कॉलेज और यशोदा रस्तोगी इंटर कॉलेज, वीरांगना ऊदा देवी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, पंडित दीन दयाल इंटर कॉलेज और नन्हें सिंह स्मारक केंद्रों पर जाकर निरीक्षण किया। डीआईओएस ने सिटी नोबेल अकेडमी इंटर कॉलेज, जानकीपुरम का निरीक्षण किया। वहां उत्तर पुस्तिकाओं का रख रखाव गड़बड़ मिला, जिसे दुरुस्त कराया गया।

कक्ष निरीक्षकों की कमी भी बनी रही

पहले दिन कई सेंटरों पर कक्ष निरीक्षकों की कमी की समस्या भी आई। करामत हुसैन इंटर कॉलेज, जनता इंटर कॉलेज, हनुमान प्रसाद रस्तोगी इंटर कॉलेज, आर्य कन्या पाठशाला, जगन्नाथ साहू प्रसाद इंटर कॉलेज समेत कई स्कूलों से कक्ष निरीक्षक की डिमांड आई। इसके अलावा सुबह की पाली में कई केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी नहीं पहुंचे। कई स्कूलों ने हेल्पडेस्क को संपर्क करके सूचना दी। इसके बाद वहां व्यवस्था दुुरुस्त कराई गई।

दूसरी पाली में इन स्कूलों में हुई चेकिंग

दूसरी पाली में 16 सेंटरों पर सचल दल की टीम ने चेकिंग की जिनमें नवजीवन इंटर कॉलेज मोहनलालगंज, सत्य नारायण तिवारी इंटर कॉलेज, श्री शिवनंदन इंटर कॉलेज, चौ। राम आधार इंटर कॉलेज, जीआईसी निशातगंज, एमकेएसडी, इंटर कॉलेज, मोतीलाल नेहरू गल्र्स इंटर कॉलेज, आर्य कन्या पाठशाला, डॉ। श्याम सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज, अभिवन गल्र्स इंटर कॉलेज, सिटी नोबेल अकेडमी, रेलवे हायर सेकंड्री स्कूल, बीएसएनवी इंटर कॉलेज, जय नारायण इंटर कॉलेज शामिल थे।

पकड़ा गया एक सॉल्वर

पहली पाली में हाईस्कूल में एक सॉल्वर दबोचा गया। डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि माल के वीरांगना ऊदादेवी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में एक छात्र दूसरे के स्थान पर परीक्षा देता पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि जय चंद्रिका स्कूल अउमउ माल के स्टूडेंट परीक्षित की जगह वह परीक्षा देता पाया गया। पकड़े गए परीक्षार्थी का नाम राज है। छात्र के खिलाफ स्कूल की प्रिंसिपल ने एफआईआर दर्ज कराने के लिए एप्लीकेशन संबंधित थाने को भेज दी है। सॉल्वर के पकड़े जाने के बाद वहां चौकसी और बढ़ा दी गई। दूसरी पाली की परीक्षा सचल दल 6 की निगरानी में हुई।

पेपर आसान आया था, पर अनुवाद ने छकाया

यूपी बोर्ड परीक्षा में पहली बार पेपर का प्रारूप बदला रहा। पहली बार पेपर ए4 साइज में पब्लिश होकर आया। इसके अलावा बोर्ड परीक्षाओं में पहली बार ओएमआर शीट का इस्तेमाल भी हुआ। डीआईओएस ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर की तर्ज पर इस साल से बोर्ड के पेपर फॉर्मेट में बदलाव किया है। हाईस्कूल के लिए ओएमआर शीट को भी शामिल किया गया है ताकि स्टूडेंट्स अभी से खुद को तैयार कर सकें। पेपर की सुरक्षा को देखते हुए चार स्तरीय सीलिंग की गई है। पहले दिन हिन्दी की परीक्षा हुई। पेपर देखकर स्टूडेंंट्स के चेहरे खिल उठे। स्टूडेंट्स ने कहा कि पूरा पेपर आसान आया, लेकिन संस्कृत के पोर्शन में थोड़ी दिक्कतें हुईं। वहीं, कुछ ने पेपर के लंबा होने की बात भी कही।

हाईस्कूल में पेपर का पैटर्न

20 बहुविकल्पीय सवालों के साथ 50 अंकों के थ्योरी के सवाल पूछे गए। बहुविकल्पीय सवालों को ओएमआर शीट पर गोले लगाकर भरना था।

क्या बोले स्टूडेंट्स

पेपर मुझे बहुत आसान लगा। खासकर बहुविकल्पीय सवाल। हालांकि, सेक्शन बी में थोड़ी परेशानी हुई।

-हुदा फातिमा, राजकीय जुबिली, सआदतगंज

पहली बार ओएमआर शीट के साथ पेपर दिया। अलग अनुभव रहा। पेपर भी आसान लगा। मेरा पेपर अच्छा हुआ।

-मारिया कलीम, शिशु भारती स्कूल

मेरी स्पीड कम होने के कारण निबंध के सवाल पर ज्यादा नहीं लिख पाया। पेपर बहुत आसान पूछा गया।

-मोहम्मद मुस्तकीम, सेंट फ्रांसिस क्रिश्चियन कॉन्वेंट

पेपर जल्दी होने को लेकर मैं बहुत डर रही थी, लेकिन पेपर देखकर मैं बहुत खुश हो गई। बहुत अच्छे सवाल पूछे गए थे।

-सामरा जेहरा, यूनीक हाईस्कूल