- सड़क पर जाम लगाकर रोडवेज की चार बसों में तोड़फोड़

- बसों में आगजनी की कोशिश, ग्रामीणों ने दरोगा की पिटाई

- काफी देर चले हंगामें के बाद मिला मुआवजे का आश्वासन

Meerut: मवाना रोड स्थित सैनी गांव के सामने बाइक सवार किशोर को रोडवेज की बस ने कुचल दिया, जबकि दूसरा युवक घायल हो गया। जैसे ही घटना के बारे में लोगों को जानकारी लगी वे आक्रोशित हो गए। मौके पर सैकड़ों लोगों ने रोडवेज की चार बसों में तोड़फोड़ कर दी। सड़क पर जाम लगाकर घंटों हंगामा किया। इस दौरान बस में आग लगाने की कोशिश भी की गई। पुलिस ने विरोध किया तो पुलिस की पिटाई कर ग्रामीणों ने दौड़ा दिया। मुआवजा देने की मांग मानने पर ही ग्रामीण शांत हुए, जिसके बाद जाम खोला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मौत के बाद हंगामा

भावनपुर थाना एरिया के औरंगाबाद का रहने वाला असरफ पुत्र कलवा गांव के एक स्कूल में कक्षा आठ का स्टूडेंट था। सुबह करीब नौ बजे गांव के रहने वाले अपने मित्र नूरदीन पुत्र असलम के साथ रिचार्ज कराने के लिए बाइक से सैनी गांव में मोबाइल की दुकान पर जा रहा था, जैसे ही मवाना रोड को पार कर रहा था, तभी मेरठ से तेज गति से जा रही रोडवेज बस की चपेट में असरफ आ गया, बस का पहिया असरफ के सिर पर उतर गया। जिसमें असरफ (क्भ्) की मौत हो गई, जबकि नूरदीन घायल हो गया। इस दौरान बस चालक मौके से बस छोड़कर फरार हो गया। दुर्घटना की जानकारी मिलने पर काफी संख्या में लोगों को लेकर परिजन मौके पर पहुंचे। असरफ का शव देखकर लोग आग बबूला हो गए। सड़क पर जाम लगाकर जमकर हंगामा किया। पुलिस के खिलाफ घंटों नारेबाजी कर आरोपी चालक की गिरफ्तारी और मुआवजा देने की मांग रखी।

पुलिस से मारपीट

हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत कराने के लिए एसपी ट्रैफिक पीके तिवारी, सीओ सदर देहात शिवराज सिंह यादव, एसडीएम सदर रविश गुप्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने। प्रशासनिक मशीनरी के सामने चार रोडवेज की बसों में तोड़फोड़ कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। रोडवेज की बसों में आगजनी की कोशिश भी की गई, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। हालांकि इस दौरान रजपुरा चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार की लोगों ने जमकर पिटाई की। ग्रामीणों की मांग थी कि परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी परिवार के सदस्य को दी जाए, जिसके बाद ही शव को उठने दिया जाएगा। इस मांग को मानने में प्रशासन ने असमर्थता दिखाई।

सपा जिलाध्यक्ष से भी अभद्रता

सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन गुस्साएं लोगों ने एक न मानी। लोगों ने जयवीर सिंह के साथ भी अभद्रता कर डाली। इस दौरान जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह ने मंत्री शाहिद मंजूर से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया, वहीं एसडीएम सदर ने भी राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत बीस हजार रुपये की सहायता देने का आश्वासन दिया। तीन घंटे बीत जाने के बाद इस मांग का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण माने, जिसके बाद शव को उठने दिया गया। इंचौली पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

हंगामा करने वालों होगी कार्रवाई

हादसे में मौत के बाद बवाल काटने वाले और बसों में तोड़फोड़ कर आगजनी की कोशिश करने वालों पर भी कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। इंचौली पुलिस ने इसकी तैयारी करनी शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस ने सैकड़ों लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा कायम कर लिया है। इंचौली थाना एसएसआई रविंद्र का कहना है कि डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा कायम किया गया है, जिनके खिलाफ पहचान करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

सड़क हादसे में एक की मौत हो गई थी, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया। आरोपी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-सुभाष सिंह बघेल

एसएसपी

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समय से पुलिस पहुंचती तो हालात न बिगतड़ते

किशोर की मौत के बाद मौके पर पहुंचे एसएसआई ने हालात भांप तत्काल फोन कर उच्चाधिकारियों से फोर्स भेजने की मांग की थी। उस समय तक माहौल गर्म जरूर था लेकिन, तोड़फोड़ शुरू नहीं हुई थी। मेरठ से दुर्घटना स्थल की मात्र आठ किलोमीटर दूरी तय करने में पुलिस फोर्स को डेढ़ घंटा लगा। असहाय इंचौली पुलिस के सामने ही अराजक युवकों ने बसों में तोड़फोड़ की। पुलिस को भी अपनी जान बचाना मुश्किल हो गया। सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह दुर्घटना के समय अपने गांव सैनी में ही थे। उन्होंने मौके पर पहुंचकर किसी तरह उत्तेजित युवकों को संभाला।