-सरदार पटेल की 140वीं जयंती पर एकता दौड़ आयोजित

-भाजपाइयों ने साधा गांधी और नेहरू परिवार पर निशाना

-चमचागीरी में नरेंद्र मोदी के शार्गिद भूले मान मर्यादा

 

Meerut : नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपाइयों ने जोश के साथ होश खोना शुरू कर दिया है, इसकी एक बानगी शनिवार को मेरठ में देखने को मिली। चमचागीरी कर रहे भाजपाईयों लौह पुरुष नेताओं ने आजादी के बाद कांग्रेस लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की तरक्की में महात्मा गांधी और नेहरू परिवार को रुकावट बताते हुए न सिर्फ महात्मा पर गंभीर आरोप लगाए बल्कि यह तक कह दिया कि देश की तरक्की न होने के पीछे बढ़ा कारण महात्मा गांधी का फैसला था।

 

बड़बोले नेता बढ़ा रहे मुश्किल

अभी चंद दिन पहले भाजपा ने अपने बड़बोले नेताओं को जुबान पर लगाम लगाने की ताकीद देते हुए कार्रवाई की। बाद इसके 'नेता' हैं कि नसीहत ले ही नहीं रहे। शनिवार को सरदार पटेल की 140वीं जयंती पर आयोजित की एकता दौड़ में भाजपाइयों ने सियासी रौ में बहकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर जमकर भड़ास निकाली। एकता दौड़ में मुख्य अतिथि एवं भाजपा उपाध्यक्ष सतपाल मलिक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गांधी-नेहरू परिवार के आगे तमाम प्रतिभाओं को उभरने का मौका नहीं दिया, इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने पटेल को देश का पहला प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया। कई अन्य नेताओं ने भी कांग्रेस से तकरश से गांधी और नेहरू परिवार पर जमकर निशाना साधा।

यहां से निकली यात्रा

एकता दौड़ बच्चा पार्क से शुरू होकर बेगमपुल, पीएल शर्मा रोड होते हुए आरजी कालेज होते हुए फिर से वापस बच्चा पार्क पर खत्म हुई। यात्रा में कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, रवीन्द्र भड़ाना, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज, महामंत्री नरेन्द्र उपाध्याय, अशोक चौधरी, ललित नागदेव, व्यापारी नेता अरुण वशिष्ठ, विवेक वाजपेयी, वीनस शर्मा, सौरभ अग्रवाल, अंजू वारियर, उमा चतुर्वेदी, संहसरपाल, विवेक रस्तोगी, विनीत शारदा एवं गजेन्द्र शर्मा मौजूद थे।