- 40 दिन के हड़ताल के बाद बुधवार को खुला मार्केट

- एक्साइज ड्यूटी हटाने की मांग को लेकर सर्राफा गए थे हड़ताल पर

Meerut: एक्साइज ड्यूटी हटाने की मांग को लेकर पिछले 40 दिनों तक हड़ताल पर रहे सर्राफा कारोबारियों ने बुधवार को अपनी दुकानें विधिवत खोल दीं। जिससे शहर के सर्राफा बाजार में वह पुरानी रौनक देखने को मिली। केंद्र की तरफ से मिले आश्वासन के बाद सर्राफा कारोबारियों ने अपनी हड़ताल को स्थगित कर दिया। वहीं उन्होंने चेतावनी भी दी कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे।

2 मार्च से थे हड़ताल पर

एक्साइज ड्यूटी हटाने की मांग को लेकर गत 2 मार्च से सर्राफा कारोबारी हड़ताल पर थे। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स और सर्राफा बाजार एसोसिएशन के बैनर तले शहर के सभी सर्राफ बाजार 12 अप्रैल तक बंद रहे। इस दौरान उन्होंने शहर में धरने प्रदर्शन करने के अलावा दिल्ली में भी जमकर प्रदर्शन किया। केंद्र की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने अपनी हड़ताल स्थगित कर बुधवार को दुकानें खोलीं। कारोबारियों ने सबसे पहले अपनी दुकानों की साफ-सफाई की फिर पूजा-अर्चना करने के बाद कारोबार शुरू किया। ग्राहकों को भी पहले मालूम चल गया था कि बुधवार से दुकानें खुल जाएंगी। जिससे हड़ताल खत्म होने के बाद पहले दिन दुकानों पर ग्राहकों की काफी भीड़ देखने को मिली।

करीब 400 करोड़ का नुक्सान

सर्राफा कारोबारियों की हड़ताल की वजह से शहर के सर्राफ कारोबार को करीब 400 करोड़ रुपए का चूना लगा है। सर्राफ बाजार एसोसिएशन के महामंत्री दिनेश रस्तोगी ने बताया कि हर दिन करीब 100 करोड़ रुपए का टर्नओवर होता है। ऐसे में 40 दिनों तक कारोबार बंद होने से करीब 400 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स के महामंत्री सर्वेश अग्रवाल ने कहा कि हमने हड़ताल खत्म नहीं की बल्कि स्थगित की है। वह भी आश्वासन के आधार पर। जो मांग है वह नहीं मानी गई तो कभी भी हड़ताल पर जा सकते हैं।