एक्सक्लूसिव

इसमें बोर्ड कार्यालय या परीक्षा देते स्टूडेंट की फोटो लग सकती है।

-नकलमाफिया पर रोक लगाने का अपनाया नया फंडा

- 30 प्रतिशत से ज्यादा काटा तो समझी जाएगी नकल

- नाम और स्कूल का नाम लिखने पर मिलेंगे जीरो अंक

Meerut- यूपी बोर्ड ने नकलमाफिया पर लगाम कसने नया फंडा निकाल लिया है। इस बार आए नए निर्देश के अनुसार बोर्ड की कॉपियों पर ज्यादा काटा-पीटी करना स्टूडेंट्स के लिए ही भारी पड़ेगा। बोर्ड के नए नियम के अनुसार अगर स्टूडेंट्स ने कॉपियों पर ज्यादा काटा तो उसे नकल माना जाएगा।

होगी एफआईआर

इस बार होने वाले बोर्ड एग्जाम को लेकर बोर्ड एग्जाम को लेकर मुख्यालय से सख्त आदेश आ गए हैं। इस संबंध में अभी हाल फिलहाल में बोर्ड की बैठक भी हुई है। अब बैठकों के सिलसिलों के बाद बोर्ड ने नकलमाफिया पर लगाम लगाने का नया निर्देश जारी कर दिया है। बोर्ड के अनुसार अक्सर इस तरह की शिकायतें पहले भी आई हैं जिनमें मूल्यांकन के दौरान काफी कॉपियों में ज्यादातर क्वेश्चन को काटकर दोबारा से आंसर लिखे होते हैं। जिनको देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे नकल हुई हो। अब बोर्ड ने ऐसी कॉपियों पर स्पेशल नजर रखने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा है कि अगर कॉपियों पर एक के बाद एक लगातार 30 परसेंट क्वेश्चन काटकर सही लिखे हुए मिलते हैं तो ऐसी कॉपियों को नकल की श्रेणी में रखा जाए। ऐसी कापियों की रिपोर्ट तैयार कर संबंधित एफआईआर भी दर्ज कराई जाए।

नाम लिखने पर जीरो

यूपी बोर्ड ने कॉपियों पर नाम लिखने पर भी ऐतराज जताया है। हालांकि नाम लिखने पर तो पहले भी एतराज जताया गया था। लेकिन जीरो नंबर देने का निर्देश पहली बार आया है। बोर्ड के अनुसार अगर कोई स्टूडेंट कॉपियों पर अपना नाम व स्कूल का नाम लिखता है तो ऐसे में स्टूडेंट की कॉपी को अलग से रखा जाए और उसकी रिपोर्ट तैयार की जाए।

इस तरह की कॉपियां जिन्हें देखकर नकल की संभावना लगती है उनको अलग रखा जाता है। कॉपियों से संबंधित हर सख्त कार्रवाई शिक्षा विभाग की तरफ से किया जाता है।

-संजय यादव, सचिव, क्षेत्रिय बोर्ड कार्यालय