-आर्य समाज मंदिर में मेयर और भाजपा नेताओं के अलावा क्लीनिक का स्टाफ पहुंचा

Meerut: शहर की इतनी बड़ी डॉक्टर होने के बावजूद भी उसकी रस्म पगड़ी में डॉक्टर नदारद मिले। गुरुवार की शाम आईएमए की ओर से लिफाफे में रखकर रस्म पगड़ी के लिए शोक संदेश भेजे गए। सवाल यह है कि शालिनी की हत्या हुई या उसने सुसाइड किया, यह तो पुलिस जांच का विषय हैं। लेकिन डॉक्टरों के लिए बड़ा शर्मनाक है कि शहर के अच्छे समाज से जुड़े होने के बाद भी संवेदना व्यक्त करने के लिए शालिनी की रस्म पगड़ी तक नहीं पहुंचे। हालांकि मेयर और भाजपा नेताओं ने परिवार को सांत्वना दी।

मंदिर में रस्म पगड़ी

डॉक्टर शालिनी आर्या की मौत के बाद पिता राजेश कोड़ा ने सदर बाजार के आर्य समाज मंदिर में रस्म पगड़ी का आयोजन किया। जिसमें शालिनी के रिश्तेदार और दूर से आए दोस्त तथा शहर का हरेक तबका शामिल हुआ। शालिनी की मां दोनों बेटियों वर्णिका और वनिता को साथ लेकर रोने लगी। इतना ही नहीं शिल्पी और सोनिया भी बहन की बेटियों को गले लगा कर आंसू बहा रही थीं। बाद में सभी ने शालिनी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

विशाल का साथ डॉक्टर

शालिनी के पिता ने बताया कि हर बात पर बात पर सड़क पर आने वाले शहर के डॉक्टरों ने शालिनी को दरकिनार कर दिया है। सभी डॉक्टर आरोपी विशाल का साथ दे रहे हैं। इससे साबित हो गया कि रस्म पकड़ी तक से शहर के डॉक्टर गायब रहे।

यादें हुई ताजा

रस्म पगड़ी के मौके पर शालिनी की बचपन से लेकर पढ़ाई तक की यादें ताजा की गई। उसका फ्रेंड सर्किल ज्यादातर देहरादून में था। वहां से भी काफी लोग आए थे। वहीं नर्सिग होम के स्टाफ तथा शालिनी के परिजनों से जुड़े लोग पहुंचे थे। सभी ने उसकी बचपन से लेकर डॉक्टर का सफर तय करने की हरेक बात को सुनाया गया।

ससुराल से कोई नहीं पहुंचा

डॉक्टर सीएल आर्या की पुत्रवधू डॉक्टर शालिनी आर्या की रस्म पगड़ी थी। भले ही पति विशाल आर्या और सास बीना आर्या हत्या के मुकदमें में वांछित हो। लेकिन विशाल आर्या की बहन सपना आर्या या अन्य कोई रिश्तेदार तो होगा, जो शालिनी आर्या की मौत के बाद उनकी रस्म पगड़ी में शामिल हो सकता था। लेकिन कोई भी नहीं पहुंचा, जिसे लेकर राजेश कोड़ा का परिवार में काफी गुस्सा था।