मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू में तीन दिवसीय महासम्मेलन के समापन में 600 मरीजों ने चिकित्सकों से इलाज कराया। इस मौके पर नाड़ी वैद्य ताराचंद शर्मा ने बताया कि आजकल हर कोई बीमार है। इसके पीछे हमारा खानपान और दिनचर्या है। उन्होंने कहा कि अगर खुद को ठीक रखना है तो मोटा अनाज अवश्य खाएं। मोटे अनाज ही सेहत को फायदा होता है। इससे हम हेल्दी रहते हैं।

मीठे से रहें दूर
इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अनुभव और आयुर्वेद चिकित्सा के बारे में बताया। वैद्य ताराचंद शर्मा ने कहा कि सेहतमंद रहना है तो मोटे अनाज को खाएं, गेहूं चावल और मीठे से तो खासतौर पर दूर रहें। खाने में जौ, ज्वार, बाजरा, रागी और मक्का आदि को शामिल करें। दिल्ली से आए वैद्य ताराचंद शर्मा आयुर्वेद पर 12 किताबें लिख चुके हैं। दिल्ली सरकार उन्हें आयुर्वेद पर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दे चुकी है।

बढ़ रहीं बीमारियां
उन्होंने बताया कि पहले अनाज को धोकर सुखाया जाता था, उसके बाद मोटा गेहूं पीसकर खाया जाता था। अब गेहूं को धोया नहीं जाता है। बारीक पीसा जाता है। उसकी गर्मी खत्म नहीं होती है। इससे मधुमेह जैसी बीमारियां हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन से आयुर्वेद को बढ़ावा मिलेगा।

बीमारियां बढ़ाता है मोटापा
उन्होंने कहा आयुर्वेद पूरे विश्व में फैलेगा। इसका उन्हें विश्वास है। उन्होनें कहा कि स्वस्थ रहें, मोटे न हों। मोटापा ही बीमारियों को बढ़ावा देता है। गेहूं और चावल खाने से मोटे होते हैं। ये सेहतमंद नहीं है। इसलिए इनसे दूर रहें। गाय का दूध पिए और तन मन को प्रसन्न रखें व्यायाम करें।

खूब करें एक्सरसाइज
उन्होंने कहा कि व्यायाम करने व खुश रहने से आपकी आयु भी बढ़ती है और आप स्वस्थ रहते हैं। चेहरे पर रौनक भी रहती है। पॉजिटिव एनर्जी आती हैं। इससे हमारी सकारात्मक सोच बढ़ती है। इस सम्मेलन में आयुर्वेद के स्टूडेंट्स ने अपनी आयुर्वेद से संबंधित जानकारियां हासिल की और शोध पत्र प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही आयुर्वेदाचार्यों ने अपने अनुभव साझा किया। मौके पर विभिन्न स्टूडेंट्स ने नाड़ी चेक करने के बारे में जानकारी हासिल की।