-2015 में सितंबर आते ही बढ़ गए थे डेंगू के 96 मामले

-पिछली साल के मुकाबले इस बार डेंगू मुक्त रहा अगस्त

Meerut । शहर में डेंगू को लेकर जहां स्वास्थ विभाग चौकन्ना है, वहीं अफसरों को सितंबर का खौफ है। कारण यह है कि पिछले साल अगस्त में जहां दो मामले दर्ज किए गए थे, वहीं सितंबर में यह आंकड़ा 96 तक पहुंच गया था। हालांकि विभागीय अफसर अभी तक जनपद में डेंगू के एक भी केस की पुष्टि नहीं हुई है।

सितंबर अलर्ट

दरअसल, अगस्त 2015 में स्वास्थ विभाग ने डेंगू के दो मामले दर्ज किए थे। जिसके बाद सितंबर में यह आंकड़ा अचानक 96 तक जा पहुंचा था। हालांकि इसके बाद जनपद में डेंगू ने तेजी से स्पीड पकड़ी थी और डेंगू के केस 314 तक दर्ज किए गए थे। अब चूंकि 19 अगस्त तक स्वास्थ विभाग ने डेंगू के एक भी मामले की पुष्टि नहीं की है। ऐसे में अफसरों को सितंबर आने का डर सता रहा है। ऐसे में अफसरों ने सितंबर को लेकर खास तैयारियां शुरू कर दी हैं।

तीन माह है मियाद

एक्सपर्ट की मानें तो डेंगू का प्रकोप अगस्त से लेकर अक्टूबर तक यानी तीन माह तक रहता है। दिवाली आते-आते डेंगू मच्छर का असर कम होने लगता है। ऐसे में 15 अगस्त के बाद डेंगू की शुरुआत का समय माना जाता है। अब चूंकि इसका पीक समय चल रहा है। ऐसे में स्वास्थ विभाग में खासी बेचैनी है।

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अभी तक डेंगू के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हो पाई है। विभाग की ओर से डेंगू को लेकर तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। तीन माह तक डेंगू का प्रकोप माना जाता है।

-डॉ। सुनील कुमार गुप्ता, एसआईसी, मेडिकल कॉलेज