- वकीलों ने की कचहरी के सभी एंट्री एग्जिट गेटों पर जड़े ताले

- कलेक्ट्रेट के किसी ऑफिस को नहीं खुलने दिया

Meerut : वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच को लेकर वकीलों का आंदोलन अपने चरम पर है। वकीलों ने अपनी इस मांग और और तेज कर दिया है जब से बेंच को लेकर हाईकोर्ट में तीन सदस्यीय कमेटी बनी है। अगर बात मेरठ की करें तो गुरुवार को वकीलों ने पूर्णरूप से हड़ताल जारी रखी। कोर्ट पेशी को लेकर आए मुजरिमों के साथ पुलिस को कचहरी में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

कचहरी कलेक्ट्रेट बंद

गुरुवार को कचहरी से लेकर कलेक्ट्रेट को वकीलों ने पूरी तरह से बंद करा दिया। कचहरी और कलेक्ट्रेट कैंपस के अंदर जाने वाले सभी गेटों पर तालाबंदी की और कलेक्ट्रेट के किसी ऑफिस को नहीं खुलने दिया। जिसने भी ऑफिस खोलने की कोशिश की। उसे तुरंत बंद करा दिया गया। जिसके कारण पूरे दिन एडमिनिस्ट्रेशन और ज्यूडीशियरी का कोई काम नहीं हो सका। वहीं एमडीए के ऑफिस में जाकर रजिस्ट्री डिपार्टमेंट के दोनों सब रजिस्ट्रार के ऑफिसों में तालाबंदी की गई।

वकीलों का हंगामा

मेरठ कॉलेज के सामने के कचहरी के गेट पर जब पेशी के लिए पुलिस मुजरिमों को लेकर आई तो किसी को भी कैंपस के अंदर नहीं जाने दिया। सभी वकीलों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस के झड़प के बाद सभी वकील पुलिस की गाडि़यों पर चढ़कर हंगामा करने लगे। अफसरों को न जाने देने पर एसपी सिटी ओमप्रकाश से भी अधिवक्ताओं की तीखी नोंकझोंक हुई। इसके बावजूद अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा। वकीलों के हंगामें को देखते हुए पुलिस ने सभी मुजरिमों को वापस जेल ले जाना ही बेहतर समझा। तक जाकर वकील थोड़े बहुत शांत रहे।

सड़कों पर लेटे वकील

इसी बीच एक न्यायिक अधिकारी ने जिला जज गेट से अंदर जाने का प्रयास किया तो अधिवक्ता उनकी गाड़ी के आगे ही लेट गए। इस कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। वहां से सभी अधिवक्ता बेंच के समर्थन में नारेबाजी करते हुए निकले। कुछ वहीं धरने पर भी बैठ गए। हाईकोर्ट बेंच के समर्थन में नारेबाजी करने वाले अधिवक्ताओं ने सबसे पहले एलेक्जेंडर क्लब गेट के पास वाला कचहरी का गेट बंद कराया। वहां से फिर कमिश्नरी मुख्य गेट, कलेक्ट्रेट मुख्य गेट एवं एसएसपी कार्यालय गेट समेत कचहरी के सभी गेट भी बंद करा दिए। इस दौरान अधिवक्ता कमिश्नरी और कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वारों पर चढे़ एवं बेंच के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। कमिश्नरी गेट बंद करने को लेकर सुरक्षा कर्मियों के साथ भी अधिवक्ताओं की नोंकझोंक हुई।

पुलिस गाड़ी का शीशा तोड़ा

एमडीए कार्यालय से वापस लौटने के दौरान ही डॉ। अम्बेडकर चौराहा कचहरी के पास अधिवक्ताओं को पुलिस की कैदियों को पेशी के लिए ला रही एक गाड़ी मिली। नारेबाजी करते हुए अधिवक्ता उस पर चढ़ गए तथा चालक को नीचे खींचने का प्रयास किया। जब चालक नीचे नहीं उतरा तो उसका साइड का शीशा तोड़ दिया। इस दौरान धक्कामुक्की हुई। अधिवक्ताओं के विरोध के चलते पुलिस की गाड़ी वापस लौट गई।