उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने 2018 का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया

Meerut । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने शुक्रवार को 2018 का परीक्षा परिणाम जारी कर लाखों परीक्षार्थियों का इंतजार समाप्त कर दिया है। प्रदेश की सेवा में 988 पदों के लिए भर्ती परीक्षा में 976 अभ्यर्थियों को अंतिम रुप से सफल किया गया है। मेरठ जिले की बात करे तो शहर से इसबार भी कई होनहारों का चयन हुआ है। पीसीएस में छात्र-छात्राओं का चयन होने पर उनके परिवारों में खुशी का माहौल है.साकेत निवासी इशिता मित्तल जहां सहायक आयुक्त उद्योग के पद पर नियुक्त हुई हैं,वहीं किठौर निवासी संजू रानी को वाणिज्य कर अधिकारी का पद मिला है और क्षितिज को आबकारी निरीक्षक का पद प्राप्त हुआ है। तीनों ही छात्रों ने सिविल एकेडमी से परीक्षा की तैयारी की है। एकेडमी निदेशक अभिषेक शर्मा ने बताया कि इशिता और संजू ने लोक प्रशासन वैकल्पिक विषय से यह परीक्षा उत्तीर्ण की है। वहीं क्षितिज ने समाज कार्य विषय से सफलता हासिल की है। इशिता के पिता सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर है।

सरकारी नौकरी का सपना

साकेत निवासी इशिता मित्तल के सहायक आयुक्त उद्योग के पद पर कार्यरत होने पर उनके परिवार में खुशी है। इशिता ने बताया कि उनके पिता नरेश चंद सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर है और माता वंदना हाउस वाइफ है। इशिता के परिवार में अधिकांश लोग सरकारी पद पर कार्यरत है। इसलिए इशिता बचपन से ही सरकारी नौकरी में जाना चाहती थी। उन्होंने बारहवीं तक की पढ़ाई जीटीबी स्कूल से की है और यूपी पीएससी के लिए उन्होंने सिविल एकेडमी से कोचिंग ली है। इशिता बताती है कि कामयाबी के लिए हमेशा अपने पर विश्वास करना चाहिए और कड़ी मेहनत जरुरी है।

आइएएस बनने का है सपना

शास्त्रीनगर निवासी संजू रानी ने यूपी यूपीपीएससी परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद वाणिज्य कर अधिकारी का पद प्राप्त किया है। संजू ने यह मुकाम अपने हौंसले से हासिल किया है। इसकी तैयारी करने के लिए उसने जहां स्कूल में शिक्षण कार्य किया वहीं अब वह आइएएस बनने का सपना देख रही है। संजू का कहना है कि अभी मेरा उद्देश्य पूरा नहीं हुआ है। क्योंकि मुझे अब आगे का ऐम बनाकर चलना है।

अभी करनी है पीसीएस की तैयारी

रक्षापुरम निवासी क्षितिज को आबकारी निरीक्षक का पद प्राप्त हुआ है,लेकिन उनको अभी पीसीएस की तैयारी करनी है। क्योंकि क्षितिज एसडीएम बनना चाहते है। क्षितिज के पिता डॉ। वीरेंद्र सिंह मेडिकल ऑफिसर रह चुके है और उनकी माता धर्मवती हाउस वाइफ है। क्षितिज ने अपनी पढ़ाई मेरठ से पूरी की है।