- ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने की घोषणा, लखनऊ में शुरू हुआ ट्रायल

- जल्द शुरू हो जाएगी मेरठ समेत सभी जिलों में नई व्यवस्था

आई एक्सक्लुसिव

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Meerut : यदि आपको लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है तो ट्रैफिक नियमों का पूरा ज्ञान होना जरूरी है, क्योंकि अगले दो माह में लाइसेंस के लिए होने वाला टेस्ट ऑनलाइन होने जा रहा है। लोगों को कंप्यूटर पर बैठकर टेस्ट देना होगा। यूपी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से इसकी घोषणा कर दी गई है। लखनऊ में इसका ट्रायल रन भी शुरू हो चुका है। डिपार्टमेंट की ओर से सभी जिलों के कंप्यूटर की व्यवस्था करने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

आएंगे कंप्यूटर

अधिकारियों की मानें तो पूरी व्यवस्था को ऑनलाइन करने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हर जिले में इसके लिए 10-10 कंप्यूटर कम से कम रखे जाएंगे। ताकि अधिक से अधिक लोगों का टेस्ट एक ही दिन में लिया जा सके। साथ ही ऑफिसों में ज्यादा भीड़ भी न दिखाई दे। अधिकारियों के अनुसार टेस्ट में ड्राइविंग और टै्रफिक रूल्स की बेसिक जानकारी पूछी जाएगी। हर प्रश्न के मा‌र्क्स होंगे।

मिलेगी राहत

डिपार्टमेंट के अनुसार अगले दो महीने में कंप्यूटर आने की पूरी संभावना है। इस प्रक्रिया को जल्दी शुरू किया जाएगा। इससे लंबी लाइनों से राहत मिलने के साथ काफी दिक्कतें समाप्त हो जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि लाइसेंस के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन की जाएगी। ताकि लोगों को आवेदन करने के लिए डिपार्टमेंट की ओर न आना पड़े। इससे आवेदन करने वालों की भीड़ भी काफी कम होगी।

धांधली पर लगेगी रोक

मेरठ आरटीओ ऑफिस में लर्निग डीएल बनवाने के लिए रोजाना लंबी लाइन होती है, जिनमें से 50 फीसदी अभ्यार्थी लिखित परीक्षा में फेल हो जाते हैं। सिफारिश और दलालों के चक्कर में आकर उन्हे फिर पास किया जाता है। टेस्ट ऑनलाइन होने से इस प्रकार की धांधली पर रोक लग जाएगी।

टेस्ट ड्राइविंग तक नहीं होती

ताज्जुब की बात तो ये है हर अभ्यार्थी का टेस्ट ड्राइव होना जरूरी है, लेकिन कोई अधिकारी या कर्मचारी टेस्ट ड्राइव की जहमत तक नहीं उठाता। मेनुअल टेस्ट लेने के बाद लोगों को बिना टेस्ट ड्राइविंग के लर्निंग लाइसेंस थमा दिया जाता है। उसके बाद कुछ ही समय में मेन डीएल देकर सडक़ों पर खुलेआम रफ ड्राइविंग के लिए छोड़ दिया जाता है। अब डिपार्टमेंट को इस बात की भी जिम्मेदारी लेनी होगी कि अगर ऑनलाइन टैस्ट ले रहे हैं तो लोगों का टेस्ट ड्राइव जरूर लें। उसके बाद ही लर्निंग और मेन डीएल जारी करें।

नई व्यवस्था से काफी सुधार हो जाएगा। जिस आवेदनकर्ता को टै्रफिक रूल्स की जानकारी नहीं होगी। वह टैस्ट पास नहीं कर पाएगा।

-विश्वजीत सिंह, एआरटीओ