राष्ट्र विरोधी ताकतों को बर्दाश्त नहीं करेगा संघ: दत्तात्रेय

-हैदराबाद और जेएनयू प्रकरण हिन्दुओं को तोड़ने की बड़ी साजिश

-हर यूनिवर्सिटी से असामाजिक तत्वों को निकाला जाए बाहर

- राष्ट्र और राष्ट्रीयता को बचाए रखना संघ का लक्ष्य

Meerut: देश में हिन्दुओं को तोड़ने की बड़ी साजिश चल रही है। जेएनयू और हैदराबाद प्रकरण इसका उदाहरण है। सरकार को चाहिए कि सिर्फ जेएनयू ही नहीं देश के हर यूनिवर्सिटी से देश विरोधी लोगों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और राष्ट्रीयता को बचाए रखना ही संघ का सबसे बड़ा लक्ष्य है। संघ राष्ट्र विरोधी ताकतों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। ये बातें राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने भैंसाली ग्राउंड में आयोजित बौद्धिक सभा में कही।

जीवन पद्धति है हिन्दु

उन्होंने हिन्दुत्व पर कहा कि हिन्दु कोई जात-पात या मजहब नहीं है। देश में रहने वाला हर व्यक्ति हिन्दु है। उन्होंने अमेरिका के लेख का उदाहारण देते हुए कहा कि हिन्दु केवल भारत में ही नहीं बल्कि अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्र में भी अपना परचम फहराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व के भाव में छोटा-बड़ा ऊंच-नीच कुछ नहीं होता। यह एक जीवन पद्धति है।

दुश्मनों की जय-जयकार दुर्भाग्यपूर्ण

उन्होंने जेएनयू प्रकरण पर कहा कि कुछ असमाजिक तत्व रोटी देश की खाते हैं और जय-जयकार दुश्मनों की करते हैं। यह देश का दुर्भाग्य है, लेकिन ऐसा देश में बैठे गद्दारों की सह पर ही संभव हो सकता है।

शोक में डूबा था देश

उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरा देश लांस नायक हनुमनथप्पा के लिए दुआएं कर रहा था, उसी वक्त असमाजिक तत्व देश के दुश्मनों के नाम के नारे जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी लगा रहे थे। यह घटना देश की शांति के खिलाफ साजिश है। शिक्षा के मंदिर में देश विरोधी नारे लगाने वालों की पीढ़ी कैसे तैयार हो गई।