- नोएडा के 40 और गाजियाबाद के 30 बच्चों को किया गया शिफ्ट

- नोएडा के सेक्टर-2 में किया गया सभी शिफ्ट

Meerut : जुवेनाइल सेल में लगातार हो रहे बवाल को रोकने के लिए 70 किशोरों को मंगलवार शाम नोएडा शिफ्ट कर दिया। शाम करीब चार बजे से शुरू हुई प्रक्रिया के दौरान किशोरों ने संप्रेक्षण गृह में जमकर हंगामा किया। भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी के कारण कोई बड़ा बवाल नहीं हुआ।

की जा रही थी प्लानिंग

बाल संप्रेक्षण गृह किशोर में लगातार हो रहे बवाल-हंगामा और फरारी की घटनाओं को लेकर आखिरकार प्रशासन ने सख्त कदम उठा लिया। कई प्रशासनिक अधिकारियों की रिपोर्ट और डीएम की अनुमति के बाद किशोरों को मेरठ से शिफ्ट करने की प्रक्रिया पिछले दिनों शुरू की गई थी। इसी क्रम में नोएडा और गाजियाबाद के किशोरों को मेरठ से रिलीव करने की प्लानिंग तैयार की गई। नोएडा सेक्टर-2 में बने नए संप्रेक्षण गृह के अधिकारियों से संपर्क होने के बाद पूरा खाका तैयार कर लिया गया।

मौजूद रहे प्रशासनिक अधिकारी

मंगलवार शाम करीब चार बजे नौचंदी, सिविल लाइन, रेलवे रोड और टीपीनगर थानों की पुलिस फोर्स सूरजकुंड संप्रेक्षण गृह पहुंच गई। एसपी सिटी, एएसपी कैंट संकल्प शर्मा और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। नोएडा के 40 और गाजिबाद के 30 किशोर को पुलिस की गाडि़यों में बैठाने का काम शुरू होते ही किशोरों ने हंगामा कर दिया। कुछ किशोर कमरों से निकलकर बाथरूम में छिप गए और दरवाजे बंद कर लिए।

रवाना किए नोएडा

बाकी किशोरों ने पुलिस के साथ हाथापाई कर दी, लेकिन भारी पुलिस फोर्स मौजूद होने के कारण किशोरों की एक नहीं चली। काफी हंगामे के बाद हॉल में नोएडा क्षेत्र के सभी 40 किशोर एकत्र किए गए और उन्हें पुलिस वैन में भर लिया गया। दूसरी वैन में गाजियाबाद जिले के 30 किशोर बैठाए गए। सभी किशोर को शाम करीब 6.30 बजे मेरठ से नोएडा संप्रेक्षण गृह के लिए रवाना कर दिया गया। पुलिस वैन के साथ 12 पुलिसकर्मियों की टीम भी नोएडा भेजी गई हैं। इसके अलावा व्यवस्था बनाने के लिए मेरठ बाल संप्रेक्षण गृह से 11 कर्मचारी भी साथ भेजे गए हैं।

अब मेरठ और बागपत के किशोर

संप्रेक्षण गृह में अब मेरठ के 27 और बागपत जिले के 17 किशोर बंद हैं। वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो संप्रेक्षण गृह में आए दिन बवाल, फरारी की घटनाओं को अंजाम देने और नशाखोरी करने वाले आरोपी जैसे करण कौशिक हत्याकांड का आरोप अभी संप्रेक्षण गृह में ही हैं। ऐसे में पुलिस-प्रशासन की मुश्किलें कहां तक कम होगी, ये देखने वाली बात होगी।

नोएडा में 70 बच्चों को शिफ्ट कर दिया गया है। जिसमें नोएडा के 40 और गाजियाबाद के 30 बच्चे शामिल हैं। अब मेरठ के जुवेनाइल सेल को राहत की सांस मिलेगी।

- आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, एडीएम सिटी