पुलिस और प्रशासन नहीं कर सका उधम सिंह, योगेश भदौड़ा, भूपेंद्र बाफर समेत बदन सिंह बद्दो की सभी अवैध संपत्तियों का ब्योरा

Meerut। सीएम योगी के आदेश के बावजूद पुलिस कुख्यातों की आर्थिक तौर पर कमर तोड़ने में फेल साबित हो रही है। इसका बड़ा कारण है कि अभी तक पुलिस और प्रशासन उधम सिंह, योगेश भदौड़ा, भूपेंद्र बाफर समेत बदन सिंह बद्दो की सभी अवैध संपत्तियों को चिन्हित ही नहीं कर सके हैं। सूत्रों की मानें तो इन सभी कुख्यात अपराधियों के पास अकूत अवैध संपत्ति है लेकिन पुलिस और प्रशासन द्वारा उसे जब्त या धवस्त करना तो दूर, चिन्हित तक करने में पूरा सिस्टम पूरी तरह फेल साबित हो रहा है।

अवैध संपत्ति चिन्हित नहीं

दरअसल, बीते महीनों में शासन ने प्रदेश के 72 अपराधियों की लिस्ट जारी की थी। जिसमें उधम सिंह, योगेश भदौड़ा, भूपेंद्र बाफर और बदन सिंह बद्दो का नाम शामिल था। इन सभी अपराधियों की अवैध रूप से कमाई गई संपत्तियों को जब्त और ध्वस्त करने का आदेश भी जारी किया गया था। मगर कई महीने बीत जाने के बावजूद पुलिस इन कुख्यातों की कोई संपत्ति जब्त या धवस्त नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस कभी करनावल में उधम का मकान व फारच्यूनर कार को जब्त करती है तो कभी भदौड़ा गांव में मौजूद तालाब से योगश का कब्जा हटवाती है। कभी बदन सिंह बद्दो की कोठी पर कुर्की की कार्रवाई करती है तो कभी डिफेंस कॉलोनी में बाफर की सास की कोठी पर ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा करती है। मगर कोई ठोस कार्रवाई अभी तक किसी भी कुख्यात के खिलाफ पुलिस-प्रशासन नहीं कर सका है।

भूपेंद्र बाफर

निवासी - बाफर गांव

आपराधिक केस- 28

फिलहाल जेल में

भूपेंद्र बाफर जानी थानाक्षेत्र के बाफर गांव का निवासी है। बाफर की जानी थाने में हिस्ट्रीशीट (154 ए) खुली हुई है। भूपेंद्र बाफर के खिलाफ हत्या, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर, क्रिमिनल लॉ एक्ट, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी समेत जालसाजी के मुकदमे मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, मेरठ, बिजनौर, आंध्र प्रदेश और देहरादून में दर्ज हैं। हालांकि बुधवार को डिफेंस कॉलोनी स्थित बाफर की सास की कोठी पर मुजफ्फनगर पुलिस ने मेरठ पुलिस की सहायता से ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा किया है। सूत्रों के मुताबिक बाफर की मेरठ समेत मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, और बिजनौर में करीब आठ करोड़ों की अवैध संपत्ति है।

उधम सिंह

निवासी - करनावल गांव

आपराधिक केस- 36

फिलहाल जेल में

उधम सिंह करनावल गांव का निवासी है। प्रमोद भदौड़ा की हत्या के बाद उसके भाई योगेश के साथ उधम की गैंगवार चलती आ रही है। जिसमें एक दर्जन से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं। उधम सिंह के खिलाफ लूट, हत्या, रंगदारी, गैंगस्टर, आ‌र्म्स एक्ट, डकैती समेत धोखाधड़ी के मुकदमे शहर से लेकर देहात तक के थानों में दर्ज हैं। इतना ही नहीं, उधम के खिलाफ गाजियाबाद, मुजफ्फनगर और देहरादून समेत कई अन्य जिलों में भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। सूत्रों की मुताबिक उधम सिंह की मेरठ, मुजफ्फरनगर, देहरादून में करीब 10 करोड़ की अवैध संपत्ति है।

बदन सिंह बद्दो

निवासी - मेरठ

आपराधिक केस- 36

फरार

ढाई लाख रूपये का इनामी बदमाश बदन सिंह बद्दो करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली रोड स्थित होटल मुकुट महल से फरार हो गया था। जो आज तक पुलिस के हाथ नहीं आ सका। बदन सिंह बद्दो पर शराब तस्करी, गैंगस्टर, आ‌र्म्स एक्ट, हत्याएं, रंगदारी, लूट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। बदन सिंह बद्दो पर कार्रवाई के लिए हाईकोर्ट का आर्डर हुआ तो पुलिस ने घर की कुर्की कर दी। हालांकि ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही मकान जमींदोज कर दिया जाएगा.सूत्रों की मुताबिक उधम सिंह की मेरठ, मुजफ्फरनगर, देहरादून समेत विदेशों में भी अवैध संपत्ति है। जिसकी कीमत करीब 60 करोड़ के आसपास है।

योगेश भदौड़ा

निवासी - भदौड़ा गांव

आपराधिक केस- 36

फिलहाल जेल में

योगेश भदौड़ा जरायम की दुनिया का बड़ा नाम है। अपने भाई प्रमोद की हत्या के बाद पूरे गैंग की कमान योगेश ने संभाली। योगेश पर लूट, डकैती, रंगदारी, मर्डर, गैंगस्टर, आ‌र्म्स एक्ट समेत कई मुकदमे दर्ज हैं। योगेश भदौड़ा पर मेरठ में ही नहीं बल्कि मुजफ्फरनगर, देहरादून, गाजियाबाद, मेरठ समेत कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं। सूत्रों के मुताबिक योगेश भदौड़ा की करोड़ों रूपये की अवैध संपत्ति है। जिसमें से एक सरकारी तलाब तो पुलिस-प्रशासन द्वारा कब्जा मुक्त करा दिया गया था। योगेश की मेरठ, देहरादून, हरिद्वार समेत मेरठ में भी अवैध संपत्ति है, जिसकी कीमत करीब 40 करोड़ के आसपास है।

उधम सिंह, योगेश, बदन सिंह और बाफर की अवैध संपत्ति को जब्त करने के लिए एसपी सिटी और एसपी देहात को संबंधित थानों से रिपोर्ट तलब करने के आदेश दिए गए हैं। जिसके बाद डीएम को रिपोर्ट भेज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ