मेरठ के चार, अमरोहा के पांच व नजीबाबाद का युवक सुरक्षित

रैनी गांव के पास सभी फंसे हैं, सोमवार शाम से नहीं मिला खाना

Meerut। उत्तराखंड त्रासदी के दौरान लापता हुए मेरठ के युवकों की लोकेशन मिलने के बाद मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे एक युवक की काल आई तो स्वजन ने राहत की सांस ली। यहां से ठेकेदार के साथ जो दस युवक टावर पर काम करने के लिए गए थे उनमें मेरठ के चार, अमरोहा के पांच और बिजनौर का एक युवक शामिल है। काल करने वाले युवक के मुताबिक सभी सकुशल हैं लेकिन वह रैनी गांव के पास फंसे हुए हैं और खाने का संकट है।

ये है मामला

मेरठ से रोहित प्रजापति समेत दस लोग तपोवन से 18 किमी ऊपर एक मोबाइल कंपनी के टावर में इलेक्ट्रिक का काम कर रहे थे। रविवार को आई त्रासदी के बाद स्वजन से सभी का संपर्क टूट गया था। सोमवार रात सभी की लोकेशन उत्तराखंड के तोलना गांव में मिली। जिसके बाद स्वजन ने राहत की सांस ली। रोहित प्रजापति के रिश्तेदार सोमपाल प्रजापति ने बताया कि मंगलवार सुबह उनके मोबाइल पर रोहित का फोन आया। रोहित ने कहा कि वह सभी लोग रैनी गांव में फंसे हुए हैं। सभी सुरक्षित हैं, लेकिन उनके पास सोमवार से खाने के लिए कुछ नहीं है। वह परेशान हैं। बताया कि उसने यह काल बचाव कार्य में जुटे एक अ‌र्द्धसैनिकबल के जवान के मोबाइल से की है। उसने दो साथियों से भी बात कराई। बात करीब दो मिनट हुई। बताया कि अ‌र्द्धसैनिक बलों ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया है।