मेरठ (ब्यूरो)। शहर में एक इलाका ऐसा भी है जो सीमा विवाद में फंसा है। इस कारण वहां न तो कूड़ा उठ रहा है और न ही साफ-सफाई की कोई व्यवस्था है। ये इलाका है कैंट और नगर निगम दोनों के पेंच में फंसे सिटी रेलवे स्टेशन के कूड़ेदान का। हालत यह है साफ -सफाई न होने से कूड़ेदान के बाहर गंदगी पसरी रहती है। दिलचस्प यह है कि कैंट और नगर निगम इसे अपनी सीमा नहीं मानता है।

सीमा विवाद में फंसा मामला
कैंट और नगर निगम दोनों ही टालमटोल कर अपना पल्ला झाड़ देते है। इस समस्या को ट्विटर पर शेयर करते हुए प्रो। योगेश कुमार ने लिखा है इतने बुरे हालात के बाद भी आलाधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कैंट व निगम दोनों को टैग करते हुए जिम्मेदारियों को निभाते हुए सफाई कराने का आग्रह किया है।

सीमा विवाद में फंसा मसला
गौरतलब है कि सिटी रेलवे स्टेशन निगम के अंर्तगत आता है। उसके बाहर का जो कूड़ेदान बने हैं वो कैंट क्षेत्र में ही आते हैं। क्योंकि बाहर का एरिया कैंट एरिया है। इसलिए वहां कूड़ेदान कैंट की ओर से लगाए जाते है, लेकिन दोनों ही विभाग एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस समस्या को प्रो। योगेश कुमार एवं अमित ने ट्विटर पर शेयर किया है।

सिटी रेलवे स्टेशन निगम क्षेत्र में आता है। अगर उसके पास कोई ऐसा एरिया है जो कैंट के अंडर में है और गंदगी है तो उसको दिखाया जाएगा। उसे जल्द ही साफ कराया जाएगा।
ज्योति कुमार, सीईओ, कैंट बोर्ड

सिटी रेलवे स्टेशन के पास कूड़ेदान कैंट अधिकृत है। इसलिए उनकी साफ-सफाई की जिम्मेदारी बनती है। कूड़ेदान की साफ-सफाई कराना कैंट बोर्ड की ही जिम्मेदारी है।
हरपाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी