- शहर में दिनभर लगा रहा जाम, घंटों फंसे रहे लोग

- डायवर्जन से वैकल्पिक मार्गो पर ट्रैफिक का रहा भार

Meerut : जलसे में उमड़ी लाखों जायरीनों और सत्ता के मंत्रियों की आमद से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। पूरे दिन आम लोगों को जाम से जूझना पड़ा। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रूट को डायवर्ट किया गया था। इस वजह से ट्रैफिक का भार वैकल्पिक रास्तों पर रहा और लोगों को लंबे जाम का सामना करना पड़ा। जाम से कराहते शहर के व्यापार पर भी भारी असर देखने को मिला।

दिल्ली रोड पर थी नो एंट्री

ट्रैफिक का सबसे ज्यादा भार दिल्ली रोड पर रहता है। इसी रोड पर ही स्थित फैज-ए-आम इंटर कॉलेज में जलसा हुआ, जिस वजह से पुलिस ने इस रोड पर जगह-जगह बैरीकेडिंग कर दिया था। शॉप्रिक्स मॉल, बागपत अड्डा, घंटाघर चौराहा, जली कोठी चौराहा, भैंसाली बस अड्डा पर बैरीकेडिंग कर ट्रैफिक आवागमन को रोक रखा था। उधर बच्चा पार्क, बेगमपुल और हापुड़ अड्डे पर भी बैरीकेडिंग कर इस रोड पर आने वाले ट्रैफिक को रोका गया था।

बाईपास पर वाहनों कतार

शॉप्रिक्स मॉल पर बैरीकेडिंग करने की वजह से परतापुर थानाक्षेत्र की तरफ से आने वाले सभी वाहनों को बाईपास की तरफ डायवर्ट कर दिया गया था। इस वजह से चौराहे से लेकर बिजली बंबा चौराहे तक पूरी सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। ट्रक, बस, कार सभी प्रकार के वाहन दिनभर जाम में फंसे रहे। उधर इस मार्ग से यूनिवर्सिटी जाने वाले वाहनों की संख्या भी काफी थी। इस क्षेत्र में खुदाई भी चल रही है। ऐसे में यूनिवर्सिटी के सामने गढ़ रोड पर भी दिनभर लोगों को जाम से जूझना पड़ा। इस रोड पर आमतौर पर इतना जाम कम ही देखने को मिलता है।

घंटाघर में रुक गया ट्रैफिक

बागपत अड्डे की तरफ से आने वाले वाहनों को घंटाघर की तरफ डायवर्ट कर दिया गया। ऐसे में बच्चा पार्क व बेगमपुल की तरफ जाने वाले सभी वाहन घंटाघर से होकर गए। घंटाघर व उसके आसपास का ट्रैफिक थम गया। खैर नगर की गलियां रिक्शे, व दुपहिया वाहनों से भरी रहीं।

बुढ़ाना गेट में फंसे रहे लोग

बच्चा पार्क की तरफ से आने वाले लोगों को खैर नगर चौराहे से डायवर्ट कर दिया गया था। ऐसे में बुढ़ाना गेट क्षेत्र की सभी गलियों में लोग दिन भर फंसे रहे। कोतवाली थानाक्षेत्र की कोई ऐसी गली नहीं थी जो जाम से बंद न हो गई हो। उधर जली कोठी से आने वाले लोगों को सदर होते हुए कैंट रेलवे स्टेशन के सामने से होकर दिल्ली रोड आना पड़ा। इस वजह से सदर थाना क्षेत्र में भी लोग जाम से परेशान रहे।

व्यापार भी हुआ धड़ाम

जाम की वजह से शहर के विभिन्न क्षेत्रों के व्यापार पर भी खासा असर देखने को मिला। संडे को अधिकांश लोग घर से नहीं निकले। जो निकले भी वे जाम में बुरी तरफ फंसे रहे, जिससे संडे को व्यापार में 75 परसेंट तक की गिरावट देखने को मिली। कई व्यापारियों में इसको लेकर खासी नाराजगी देखने को मिली।

यहां रहा ज्यादा असर

खैर नगर, बुढ़ाना गेट और सदर के बाजार पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। इन क्षेत्रों में दवा, कपड़ा, दाल, रेवड़ी समेत अन्य सामग्रियों का व्यापार होता है। इनकी बिकवाली पर असर साफ देखा गया। इन क्षेत्रों की गलियां लोगों से भरी तो थीं, लेकिन ये सभी लोग जाम में फंसे थे, जो अपने गंतव्य तक जा रहे थे। व्यापारी दुकान पर बैठे ग्राहकों का इंतजार करते रहे।

आमतौर पर हर रोज दवाइयों का करीब दो करोड़ का व्यापार हो जाता है, लेकिन संडे को दवाइयों के मार्केट पर बुरा असर देखने को मिला। महज 25 परसेंट ही व्यापार हो पाया। हमें 75 परसेंट का नुक्सान देखने को मिला। हमारे ग्राहक बाजार में आने से दूर ही रहे।

- रजनीश कौशल, दवा व्यापारी

बुढ़ाना गेट में जितना भी व्यापार होता है उन सभी पर संडे को काफी असर देखने को मिला। जाम के चलते लोग खरीददारी के लिए दुकान तक नहीं आए। आम दिनों में जो भीड़ दुकानों पर देखने को मिलती थी वह गायब थी। करीब 70 परसेंट तक हमारे व्यापार पर असर देखने को मिला।

- संदीप गोयल, गजक-रेवड़ी व्यापारी

कांफ्रेंस की भीड़ से प्रशासन बेहाल

रूद्गद्गह्मह्वह्ल: फैज-ए-आम इंटर कॉलेज में आयोजित जमीयत उलमा के कार्यक्रम में वेस्ट यूपी के 20 जनपदों से पहुंचे ढाई लाख से अधिक लोगों ने हुसूले इंसाफ में शिरकत की। इस दौरान शहर में पहुंचे बाहरी वाहनों से दिन भर जाम की स्थिति बनी रही।

हांफा पुलिस-प्रशासन

रविवार सुबह ही आरएसएस और जमीयत उलमा ए हिंद के कार्यक्रम होने से पुलिस प्रशासन की सांसे फूल गई। हालांकि बाद में जमीयत उलमा के कार्यक्रम को दोपहर कर दिया गया। दोहपर 12:30 बजे से आयोजित कार्यक्रम के लिए सात बजे से लोगों की भीड़ लगी शुरू हो गई। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने जाम के निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे, लेकिन भीड़ के सामने सारी तैयारियां ध्वस्त नजर आई।