खिलाडि़यों की मांग, बेहतर की जाएं व्यवस्थाएं

जिम मिले तो पदक जीत लाएंगे पहलवान

-अत्याधुनिक जिम ना होने से पहलवानों को परेशानी

-कुश्ती हॉल में एसी की दरकार, अभ्यास करते हो जाती है थकान

Meerut । कैलाश प्रकाश स्टेडियम में कुश्ती हॉल तो है जिम की बेहतर व्यवस्था ना होने से उनका अभ्यास प्रभावित होता है। इसके अलावा खिलाडि़यों को हाल में एसी की भी दरकार है। हालांकि शासन को इस बाबत पत्र भेजा गया है।

एसी हॉल की जरूरत

कुश्ती के खिलाडि़यों को हॉल के अंदर एसी की जरूरत है। क्योंकि अन्य जगहों पर कुश्ती हॉल में एसी लगा रहता है। जिससे खिलाड़ी का पसीना कम निकले। और वह अधिक अभ्यास कर सके। पसीने के कारण उसको थकान न हो सके।

स्टेडियम में कुश्ती का हॉल काफी अच्छा है। यदि उसमें एक एसी और लग जाए तो खिलाडि़यों का अच्छा अभ्यास हो सकेगा। गर्मी में अभ्यास करने में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। शरीर को मजबूत करने के लिए एक जिम और होना चाहिए।

-जेपी यादव कुश्ती कोच

स्टेडियम में कुश्ती के लिए अच्छा माहौल है। रहने के लिए हॉस्टल भी है। लेकिन जिम नहीं है। जिम के लिए बाहर जाना पड़ता है। उपकरण तो है लेकिन वह आधुनिक नहीं है।

-सत्यवीर सिंह नेशनल कुश्ती खिलाड़ी

कुश्ती में सबसे अहम बात अभ्यास है। जितना अभ्यास होगा उतना ही खेल अच्छा होता है। स्टेडियम का हॉल अच्छा है। कोच भी अच्छे है। छोटी-छोटी बातों को अच्छे से बताते हैं। बस उस हॉल में एसी लग जाए तो और अच्छा हो जाएगा।

-राजीव नेशनल कुश्ती खिलाड़ी

यदि सारी सुविधाएं हो तो हम भी सुशील की तरह कुश्ती में देश के लिए पदक ला सकते हैं। स्टेडियम में हॉल है रहने के लिए हॉस्टल है। लेकिन कुछ सुविधाएं मिल जाएं तो हम भी मेरठ और देश के लिए पद जीत सकते हैं।

-वीरभद्र सिंह, नेशनल कुश्ती खिलाड़ी

हर खिलाड़ी की तमन्ना होती है। कि वह देश के लिए खेले और देश का नाम रोशन करे। लेकिन उसके लिए सुविधा बहुत आवश्यक है। बिना सुविधा के इंटरनेशनल स्तर पर खेलना बहुत ही मुश्किल काम है। कोच ने सुविधाएं बढ़ाने के लिए शासन को पत्र तो लिखा है।

-राजू चौहान नेशनल खिलाड़ी कुश्ती