-बीमारी का सिम्पटम इग्नोर करना पड़ सकता है भारी

-मंडलीय हॉस्पिटल में वायरल फीवर के पेशेंट्स की बढ़ी आमद

Varanasi (25 Oct)

गर्मी से सर्दी की ओर करवट लेता मौसम अगर इंसानों के लिए खुशगवार है तो वायरस के लिए बड़ा मुफीद है। बदलते मौसम के साथ सौगात में कई बीमारियां आ रही हैं। शहर के डॉक्टर्स के पास ज्यादातर लोग वायरल फीवर की शिकायत के साथ पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक यह मौसम जहां हवा में मौजूद वायरस के लिए अनुकूल है, वहीं मौसम के टेम्परेचर घटने बढ़ने से इंसान का इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर पड़ जाता है। यही मौका होता है जब वायरस अटैक करके इंसान को बीमारियों से ग्रस्त कर देता है।

न करें लक्षण को नजरअंदाज

डॉक्टर कार्तिकेय सिंह के मुताबिक वायरल फीवर के सिम्पटम शुरू में आम फीवर की तरह नजर आते हैं। अगर इसको नजरअंदाज किया गया तो पेशेंट की कंडीशन के गंभीर होने का खतरा होता है। डॉ। सिंह के मुताबिक फीवर होने पर पहले गले में दर्द, थकान, खांसी के रूप में लक्षण नजर आते हैं। भागदौड़ वाली जिंदगी में अक्सर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। इसके चलते वायरस शरीर में पूरी तरह से पनप जाता है।

बढ़ गई मरीजों की संख्या

मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा के एसआईसी डॉ। एससी सिंह के मुताबिक मौसम बदलने के साथ ही अस्पताल में वायरल फीवर के पेशेंट्स की आमद बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि इस समय ओपीडी में सबसे ज्यादा पेशेंट्स वायरल के सिम्पटम्स के साथ आ रहे हैं। डॉ। सिंह के मुताबिक वायरल फीवर के वायरस में भी बदलाव आने के चलते पेशेंट के ठीक होने में समय लग रहा है। उन्होंने सलाह दी कि वायरल फीवर का कोई भी सिम्प्टम दिखने पर मरीज को तुरन्त डॉक्टर को दिखाना चाहिए ताकि स्थिति गंभीर होने से पहले ही पेशेंट का सही इलाज हो सके। उन्होंने वायरल फीवर होने की कंडीशन में पेशेंट को ज्यादा से ज्यादा रेस्ट लेना चाहिए।

क्या हैं लक्षण

- थकान

- अचानक मसल्स में या बदन में दर्द

- तेज फीवर

- खांसी

- ज्वाइनट्स में दर्द

-दस्त

-स्किन पर रैशज

-सर्दी

- गले में दर्द

- सर दर्द

-आंखों में लालीौर जलन

मौसम में बदलाव के चलते वायरल फीवर होने की अधिक संभावना है। इसकी वजह से काफी लोग इसका शिकार हो रहे हैं।

डॉ। कार्तिकेय सिंह, सेक्रेटरी आईएमए

वायरल पेशेंट्स की संख्या अचानक बढ़ गई है, काफी लोग बदन दर्द और फीवर की शिकायत के साथ हॉस्पिटल के ओपीडी में आ रहे हैं। वायरल का कोई भी शुरुआती लक्षण इग्नोर न करें नहीं तो स्थिति गंभीर हो सकती है।

डॉ। एससी सिंह, एएसआईसी, मंडलीय हॉस्पिटल