विधायिकी के लिए बंटने लगा अप्लीकेशन, एआइसीसी के ऑब्जर्वर ने दावेदारों का लिया फॉर्म

पहले दिन 24 ने किया आवेदन, आज शहर की विधानसभा सीटों के लिए लेंगे अप्लीकेशन

VARANASI

पिछले ख्भ् साल से कांग्रेस यूपी की सत्ता से बाहर है। जिसके चलते संगठन बेदम हो चुका है। लीडरशिप है न कार्यकर्ता। बस गिनती के वफादार लोग पार्टी का झंडा बुलंद किये हुए हैं। बस इस उम्मीद में कि कभी न कभी पार्टी के अच्छे दिन आएंगे। तब इनका क्या होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा। पर इन सब के बीच पार्टी को सन् ख्0क्7 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यंग और जिताऊ कैंडीडेट्स की तलाश है। अपने विरोधियों को पीछे छोड़ते हुए पार्टी ने जोर आजमाइश स्टार्ट कर दी है। उसी कड़ी में सोमवार की सुबह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ऑब्जर्वर व राजस्थान के एक्स मिनिस्टर मुरारी लाल मीना बनारस पहुंचे। वो बनारस में दो दिन रहकर सभी विधानसभा के दावेदारों से अप्लीकेशन लेंगे।

पहले दिन ख्ब् ने जमा किया फॉर्म

ऑब्जर्वर मुरारी लाल मीना ने पहले दिन जिले की विधानसभा के दावेदारों से आवेदन लिया। इस दौरान लगभग ख्ब् लोगों ने अपना अप्लीकेशन विभिन्न सीट से चुनाव लड़ने के लिए दिया। जबकि क्7 नवंबर को एक बार फिर ऑब्जर्वर की मौजूदगी में विभिन्न विधानसभा सीट के लिए दावेदार अपना फॉर्म जमा कर सकेंगे। ऑब्जर्वर मुरारी लाल मीना ने बताया कि दो दिनों मिले सभी फॉर्म ले कर वो वापस लौट जाएंगे, फिर जिला और शहर कमेटी अपना पैनल भेजेगी। वहीं वो अपनी रिपोर्ट हाईकमान को सौंप देंगे। लेकिन इन तमाम जद्दोजहद के बीच पार्टी के लिए संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि टिकट ऊपर से ही फाइनल होगा।

तब जमीनी पर लगाएंगे दांव

आगामी विधानसभा के लिए कांग्रेस भले अपने प्रतिद्वंदी पार्टी से एक कदम आगे बढ़ गयी है। लेकिन हकीकत यह है कि जिले की आठ विधानसभा सीट में से कई पर ऐसे चेहरे नहीं हैं, जिन पर पार्टी दांव लगा सके। जिनमें शहर दक्षिणी विधानसभा से पिछले दो बार ख्007 और ख्0क्ख् में पार्टी के कैंडीडेट रहे डॉ। दया शंकर मिश्र अब बीजेपी में चले गए हैं। हालांकि अब इस सीट पर खुद महानगर अध्यक्ष सीताराम केशरी ताल ठोक रहे हैं। वहीं शिवपुर की बात करें तो रामसुधार मिश्र व गिरीश पांडेय दावेदार हैं। यहां वीरेंद्र सिंह पिछले चुनाव के बाद से गायब माने जा रहे हैं। इसी तरह अजगरा, सेवापुरी व रोहनियां की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। जिले की एकमात्र जिताऊ सीट पिंडरा से अजय राय हैं। वहीं शहर उत्तरी में मनीष चौबे तो कैंट में संजय चौबे नया चेहरा दिख रहा है, ऐसे में फिर से अनिल श्रीवास्तव और राबिया कलाम पर पार्टी दांव लगा सकती है। बहरहाल पहले दिन ऑब्जर्वर के पास पिंडरा को छोड़ सभी विधानसभा के लिए ख्ब् फॉर्म जमा हो चुके हैं।

----------------

फॉर्म भरना टेढ़ी खीर

कांग्रेस की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए भरवाया जा रहा फॉर्म सबके बस की बात नहीं है। फॉर्म में कई ऐसी जानकारी मांगी गयी है जिसे भरने के लिए रिकॉर्ड देखना होगा। सन् ख्00ख् से ख्0क्ख् तक हुए विधानसभा चुनाव की राजनीतिक गणित के साथ जातीय समीकरण बताना है। यही नहीं दावेदार को जीत का आधार भी बताना है। बहरहाल मजे खिलाड़ी ही पहले दिन फॉर्म भर कर जमा कर पाए।