वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में गर्मी का प्रकोप लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है। सुबह 7 बजे की धूप भी अब बर्दाश्त नहीं हो पा रही और दोपहर में तो घर से निकलने से पहले लोग कई बार सोच रहे हैं। इन सबके बीच घरों में गर्मी से राहत के लिए प्राकृतिक तरीका भी अपनाया जा रहा है, जिसके तहत इनडोर पौधों की डिमांड है। मंडुआडीह स्थित नर्सरी बाजार में आक्सीजनयुक्त पौधों की खास बिक्री देखने को मिल रही है, ताकि गर्मी की तपिश से राहत मिल सके.
ऐसे पौधे अधिक लगा रहे लोग
घरों के अंदर पौधों की डिमांड कोरोना काल में खासा देखी गई। सब लोग जड़ी बूटियों वाले पौधों से लेकर ऑक्सीजन देने वाले पौधे घरों के अंदर लगा रहे थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस नहीं बल्कि गर्मी की तपिश से राहत पाने के लिए पौधों की खरीदारी देखी जा रही है। मंडुआडीह स्थित नर्सरी बाजार में इसका खासा असर दिखाई दे रहा है.
पूर्वांचल की बड़ी मंडी
मंडुआडीह पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी है, जहां सभी प्रकार के पौधे उपलब्ध होते हैं। इस मंडी में इन दिनों गर्मी की तपिश से बचने के लिए पौधों की डिमांड हो रही है, जो घरों के अंदर अपनी खुशबू के साथ ऑक्सीजन भी दे रहे हैं। पौधे नर्सरी बाजार में खरीदारी करने आई जूली शर्मा ने बताया कि वह नर्सरी में पौधों की खरीदारी करने आई है, क्योंकि यह पौधे उनके घरों को सुसज्जित रखने के साथ गर्मी से भी बचाएंगे और बाहर की गर्म हवा को ठंडी हवा के रूप में परिवर्तित कर बेहतर ऑक्सीजन भी उपलब्ध कराएंगे.
30 से 40 फीसदी अधिक डिमांड
आधुनिक जमाने में कंक्रीट में बदलते शहर अब गर्मी में जलने लगे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि ये जलन प्राकृतिक तरीके यानी पेड़-पौधों से ही दूर हो सकता है। इस बार गर्मी के कारण 30 से 40 फीसदी इनडोर ऑक्सीजन युक्त पौधों की डिमांड में तेजी देखी जा रही है।
20 से 200 रुपये कीमत
इनमें सबसे ज्यादा एरिका पाम, पीस लिली, जेड ग्रास, रबर प्लांटलकी, बंबू व अन्य तरीके के ऑक्सीजन युक्त शीतल पौधों की डिमांड देखी जा रही है। यह पौधे ऑक्सीजन के साथ-साथ घर के वातावरण को भी शांत व शीतल रखते हंै। उन्होंने बताया कि इन पौधों की कीमत 20 रुपए से शुरू होकर के 200 रुपए तक है.
पौधों की खासियत
एरिका पाम : यह पौधा हवा को शुद्ध करता है और कई बीमारियों से बचाता है। यह कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी विषैली गैसों को हटाकर हवा में नमी बनाए रखता है। इसे एक खूबसूरत से गमले में लगाकर बेडरूम या लिविंग रूम में सजाया जा सकता है.
पीस लिली : यह पौधा घर में एक नेचुरल एयर प्योरीफायर की तरह काम करता है। ये पौधा हवा में मौजूद जहरीले कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मलडीहाइड और बैन्जीन जैसे कम्पाउंड को खत्म करता है। पीस लिली को सूर्य की तेज किरणों से बचाकर रखें.
रबर प्लांट : इस पौधे की मदद से अपने घर की हवा को फ्रेश रख सकते हैं। जी हां, रबर प्लांट एक बेहद खूबसूरत पौधा होता है जिसमें पर्यावरण में मौजूद दूषित हवा को साफ करने की जबरदस्त क्षमता होती है। यही नहीं, इसकी खूबसूतर बनावट आपके घर की खूबसूरती को भी बढ़ा सकता है।
बैंबू : यह पर्यावरण को साफ रखता है क्योंकि यह नेचुरल एयर प्यूरीफायर है। यह पौधा घर में रहने वालों के लिए अच्छा भाग्य और सुख लाता है। बैंबू का पौधा उस दिशा में भी उग सकता है, जहां कम या अप्रत्यक्ष रोशनी आती है। इस पौधे की पत्तियां किसी भी घर की साज-सजावट को एक खूबसूरत लुक देती हैं.
सरकार समय-समय पर वृहद रूप से वृक्षारोपण अभियान चलाती है, लेकिन अगर आम जनमानस कुछ इस तरह से घरों में पौधे लगाएंगे तो जरूर गर्मी की तपिश से राहत मिलेगी और वातावरण भी शुद्ध होगा.
- महेश कुमार, नर्सरी संचालक
घर में पौधे लगाना लोगों के लिए फायदेमंद होता है। पौधे घर के टैंप्रेचर को कंट्रोल रखते हैं। वाराणसी में जिस प्रकार से प्रदूषण व गर्मी बढ़ी है, वैसे हालात में लोगों को अधिक से अधिक घर में इनडोर पौधे लगा सकते हैं.
-बलवंत कुमार सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, एग्रीकल्चर