-बीएयचू में बीते 10 से ज्यादा दिनों से माहौल हो रखा है काफी डिस्टर्ब

-कभी मारपीट तो कभी धरना प्रदर्शन को ही शांत कराने में पुलिस का जाया हो रहा है पूरा समय

-थाना क्षेत्र में क्राइम की हो रही अन्य घटनाओं को रोक पाना पुलिस के लिए हो रहा है मुश्किल

VARANASI

महामना की बगिया में इन दिनों माहौल काफी खराब चल रहा है। यहां जिन हाथों में कापी और किताब देखने को मिलता था वे हाथ अब लाठी और डंडे चलाने में ज्यादा मशगूल दिख रहे हैं। यूनिवर्सिटी में आलम यह है कि कभी मारपीट तो कभी हॉस्टल में छात्रों को दूसरे छात्र गुट की ओर से बंधक बना लेने की घटना तो कभी अपनी मांगों के लेकर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स के समर्थन में उतरे राजनैतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं की पिटाई की घटनाएं सामने आ रही हैं। ये कुछ ऐसी बड़ी घटनाएं हैं जिसने बीएचयू कैंपस को पिछले क्0 से ज्यादा दिनों से डिस्टर्ब कर रखा है। इस डि‌र्स्टबेंस का खामियाजा लंका थाने को भुगतना पड़ रहा है। कैंपस में लगातार माहौल खराब होने पर शांति कायम करने के लिए थाने की पुलिस को भागकर पहुंचना पड़ रहा है जो उसके लिए एक बड़ी परेशानी का कारण भी बन रहा है। जिसके कारण ये कहना गलत नहीं होगा कि बीएचयू लंका थाने के लिए इन दिनों बड़ा सिरदर्द बन गया है।

हर सूचना पर भाग रही है फोर्स

बीते दिनों दिल्ली के जेएनयू में गरमाये माहौल के बाद अब बीएचयू में इन दिनों काफी हो हल्ला चल रहा है। जिसके कारण फोर्स को पूरा दिन थाना छोड़कर बीएचयू में भागदौड़ करनी पड़ रही है। इसके चलते क्षेत्र के अन्य इलाकों में चोरी, उचक्कागिरी व मारपीट की हो रही घटनाओं के बाद पुलिस का समय से मौके पर पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है। साथ ही इन मामलों का सही ढंग से निस्तारण भी नहीं हो पा रहा है। थाने के सोर्सेज की मानें तो बीते दस दिनों में मामले ज्यादा बढ़ गये हैं। जिसकी वजह से एक दर्जन से ज्यादा मामलों की जांच पर असर पड़ा है।

लाइब्रेरी की मांग ने पकड़ा तूल

बीएचयू में इन दिनों साइबर लाइब्रेरी को ख्ब् घंटे खोले जाने की मांग को लेकर छात्रों के अनशन शुरू होने के बाद हो हल्ला ज्यादा देखने को मिल रहा है। अनशनरत स्टूडेंट्स में से नौ छात्रों के हुए निष्कासन के मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है कि कैंपस में डेली इसके विरोध में धरना-प्रदर्शन बढ़ गया है। जिसे हैंडल करना पुलिस के लिए भी एक चैलेंज साबित हो रहा है। वहीं इसी बीच छात्र गुटों में मारपीट, आप कार्यकर्ताओं संग दूसरे गुट की हुई हाथापाई से कैंपस में माहौल और गर्म हो गया है।

आप, एबीवीपी भी आमने-सामने

बीएचयू में साइबर लाइब्रेरी को ख्ब् घंटे खोले जाने की मांग को लेकर अनशनरत छात्रों के निष्कासन का कैंपस में विरोध करने पहुंचे आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया। उनके संग एबीवीपी कार्यकर्ताओं की ओर से की गई मारपीट ने तो बीएचयू के गर्म चल रहे माहौल में घी में आग डालने का काम किया। अब हालात ये हैं कि ये दोनों दल आमने सामने आ गए हैं। जिसके कारण कैंपस में शांति बनाये रखने के लिए गुरुवार को भी फोर्स तैनात की गई।

घटनाएं जिनके चलते गरमाया कैंपस

ख्भ् मई-देर रात साइबर लाइब्रेरी को ख्ब् घंटे खोले जाने की मांग लेकर अनशन कर रहे छात्रों की गिरफ्तारी।

ख्भ् मई-अनशन पर बैठे स्टूडेंट्स में से नौ छात्रों के निष्कासन के विरोध में मार्च निकाल रहे आप कार्यकर्ताओं की एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने की पिटाई।

ख्ब् मई-डॉक्टर पर हुए हमले के विरोध में रेजीडेंट डॉक्टर्स ने शुरू की स्ट्राइक।

ख्फ् मई-बीएचयू हॉस्पिटल में पेशेंट की मौत के बाद डॉक्टर की पिटाई।

ख्ख् मई-चाणक्य और एलबीएस हॉस्टल के स्टूडेंट्स में मारपीट, एक गुट ने दूसरे छात्र गुट को बनाया बंधक।

कुछ लोग हमेशा यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। ये लोग कैंपस के नहीं बल्कि बाहरी हैं। कैंपस में तो माहौल बहुत ही पारिवारिक और अच्छा है।

डॉ। राजेश सिंह, एपीआरओ, बीएचयू

पुलिस का काम जिले के हर इलाके, एरिया में शांति व्यवस्था बनाये रखना है। हर थाने की पुलिस इस काम में अपना जी जान लगाकर काम करती है। लंका पुलिस भी अपना वर्क कर रही है।

सुधाकर यादव, एसपी सिटी