-सर्टिफिकेट्स में की थी टेंपरिंग, नहीं मिला रजिस्ट्रेशन
-वाराणसी क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराया केस
VARANASI
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बीएड के स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट में टेंपरिंग का मामला सही पाए जाने पर क्राइम ब्रांच वाराणसी ने केस दर्ज कराया है। सर्टिफिकेट्स में फर्जीवाड़ा करने के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
दो साल से चल रही थी जांच
बीएड के स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत किसी ने दो साल पहले क्राइम ब्रांच के एडीजी से की थी। उनके निर्देश पर क्राइम ब्रांच वाराणसी के इंस्पेक्टर अशोक कुमार उपाध्याय ने मामले की जांच शुरू की। सामने आया कि डीडीयूजीयू के परीक्षा विभाग के नामित वाराणसी, सारनाथ निवासी ज्ञानचंद सोनकर के यूनिवर्सिटी से संबंधित दस्तावेजों में टेंपरिंग की गई है। एक अन्य स्टूडेंट सुधा यादव के बीएड सर्टिफिकेट यूनिवर्सिटी के अभिलेखों के अनुसार नहीं मिले। रजिस्ट्रेशन लिस्ट में भी इसे दर्ज नहीं किया था। क्राइम ब्रांच ने माना कि इस तरह की गड़बड़ी बिना किसी कर्मचारी की सहयोग के नहीं हो सकती है।
विवेचना में सामने आया नाम
पुलिस की विवेचना में तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक, वरिष्ठ अधीक्षक सहित अन्य कर्मचारियों के शामिल होने की पुष्टि कई लोगों ने की। इसके आधार पर क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने कैंट पुलिस को तहरीर दी। इंस्पेक्टर की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ जालसाजी, कूट रचना सहित कई धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुटी है।
इनके खिलाफ हुई FIR
राम सजन कार्यालय अधीक्षक बनगावां, सहजनवां, जिला गोरखपुर। नाम नक्षत्र यादव वरिष्ठ सहायक सोनहुली, रामपुर बुजुर्ग, देवरिया। लालजी गुप्ता कर्मचारी, हुब्बीपुर, कासिमाबाद, गाजीपुर। गिरजा प्रसाद गौंड रक्सागाड़ा, खजनी, गोरखपुर।
वाराणसी के क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने तहरीर दी थी। इसके आधार पर केस दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।
- ओमहरि बाजपेई, इंस्पेक्टर कैंट थाना