-रोडवेज की बसेज में चोरी छिपे ढोये जा रहे हैं गैस सिलेंडर

-ड्राइवर व कंडक्टर की मिलीभगत से चल रहा खतरनाक खेल

VARANASI

रोडवेज की बस से सफर कर रहे हों तो सर्तक हो जाइए। कभी भी इनमें बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि मनाही के बावजूद रोडवेज बसेज में बम जैसा खतरनाक गैस सिलेंडर ढोया जा रहा है। यह सब कंडक्टर्स व ड्राइवर्स चोरी छिपे कर रहे हैं। कुछ महीनों पहले कानपुर में बस के अंदर गैस सिलेंडर रखने के कारण हुए हादसे से सबक लेते हुए हेडक्वार्टर ने सूबे के सभी आरएम को सख्त निर्देश जारी किया है कि बस के अंदर किसी भी प्रकार का ज्वलनशील प्रदार्थ नहीं रखा जाए।

चंद रुपयों की खातिर ले रहे खतरा

चंद रुपये के लिए ड्राइवर्स व कंडक्टर्स यात्रियों की जान खतरे में डाल रहे हैं। ज्वलनशील पदार्थो को ढोने वाली बसेज में सबसे अधिक ग्रामीण डिपो की हैं। कैंट बस स्टेशन से बस के निकलते ही बीच रास्ते में रोककर कपड़े और बोरे से लिपटे हुए गैस सिलेंडर इसमें रख दिए जाते हैं। इसमें लोडेड गैस सिलेंडर भी रहते हैं बनारस-आजमगढ़, बनारस-जौनपुर रूट की बसेज में गैस सिलेंडर सबसे अधिक ढोये जाते हैं।

खतरा यहां भी

कैंट बस स्टेशन पर रोडवेज अधिकारियों की हनक नहीं है। आरएम, एआरएम ऑफिस के सामने फूड स्टाल्स पर घरेलू सिलेंडर का खुलेआम यूज किया जा रहा है। हर स्टाल पर कामर्शियल सिलेंडर सिर्फ दिखाने के लिए रहते हैं लेकिन यूज घरेलू सिलेंडर किया जाता है। अधिकारियों की चेतावनी को ताक पर रखते हुए बसेज में गैस सिलेंडर ढोने के साथ ही घरेलू सिलेंडर का यूज खुलेआम किया जा रहा है।

इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, ड्राइवर्स-कंडक्टर्स को सख्त हिदायत दी गई है कि बस के अंदर ज्वलनशील पदार्थ नहीं रखें। यदि कोई पकड़ में आया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय है।

आरसी दुबे, एआरएम, रूरल

कैंट रोडवेज

फूड स्टाल्स की लगातार चेकिंग की जाएगी। उन्हें सिर्फ कामर्शियल गैस सिलेंडर करने का आदेश। घरेलू सिलेंडर पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पीके तिवारी

आरएम, कैंट रोडवेज