वाराणसी (ब्यूरो)वादी पक्ष के वकील विष्णु जैन ने मस्जिद परिसर में मौजूद साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया हैउनका है कि मस्जिद परिसर में मौजूद चकरी को कुछ लोग लेकर जा रहे थेइसे वो फव्वारे का हिस्सा बता रहे थेसीआरपीएफ ने उन्हें पकड़ा और ले जा रहे सामान को वापस स्टोर में रखवाया दियाउन्होंने आशंका जताई कि पूरे परिसर की सख्त निगरानी होनी चाहिएमामला अदालत में है इसलिए साक्ष्यों को संभालना बेहद जरूरी हैउन्होंने शिवङ्क्षलग के साथ छेड़छाड़ की भी आशंका भी जतायीइस बारे में सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ ने टिप्पणी से इनकार कर दिया

बढ़ाएं परिसर की सुरक्षा

उन्होंने कहा कि हम लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि परिसर की सुरक्षा बढ़ायी जाएएडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही के दौरान परिसर से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए हैंअभी भी बहुत कुछ ऐसा है जिसकी जांच बाकी हैइसलिए जरूरी है कि परिसर में मौजूद सभी साक्ष्यों की सुरक्षा होनी चाहिएइसके लिए प्रशासन से भी कहा गया हैइस बारे में वादी पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी का कहना है कि परिसर का कुछ हिस्सा सील है लेकिन अन्य हिस्सों में लोगों का आना-जाना बेरोकटोक जारी हैवहीं तहखाने व अन्य बंद स्थानों की चाभी मस्जिद की देखरेख कर रही कमेटी के ही पास हैऐसे में साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की संभावना बढ़ जाती है.

दर्ज करें मुकदमा

वादी पक्ष के पैरोकार जितेंद्र ङ्क्षसह बिसेन ने चौक थाने में शिकायत प्रार्थना पत्र दिया हैउन्होंने ज्ञानवापी परिसर को मंदिर का बताते हुए आरोप लगाया कि इसके स्वरूप में लगातार छेड़छाड़ किया जा रहा हैयह कानूनी अपराध हैउन्होंने इस मामले में अंजूमन इंतेजामिया मसाजिद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

अब दो जून को सुनवाई

ज्ञानवापी प्रकरण में अपर मुख्य न्याययिक मजिस्ट्रेट (पंचम) की अदालत में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, उनके भाई अकबरूद्दीन ओवैसी समेत सात नामजद और दो हजार अज्ञात के खिलाफ दाखिल अर्जी पर गुरुवार को सुनवाई हुईप्रार्थना पत्र स्वीकार करने योग्य है या नहीं इस पर दो जून को सुनवाई होगीवकील हरिशंकर पांडेय की ओर दाखिल अर्जी में कहा गया है कि इनकी ओर से ङ्क्षहदू जनभावना के खिलाफ लगातार अपमान जनक बयान दिये जा रहे हैं.