वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में 43 डिग्री सेल्सियस टेम्प्रेचर से झुलसाने वाली गर्मी और हीट वेव के कहर से पब्लिक परेशान है। हीट वेव के कहर के चलते देश-विदेश से सारनाथ, लंका, गोदौलिया, गंगा टूरिज्म, घाट, कमच्छा, सिर-गोवर्धन, लहरतारा और गुुरुद्वारा समेत कई स्थानों की सैर पर आने वाले वालों सैलानियों की तादात में 50 फीसदी की कमी आई है। रिकार्डतोड़ गर्मी गर्मी वाले अप्रैल से पहले मार्च में 20 लाख से अधिक सैलानी आ चुक थे। लेकिन, बनारस में गर्मी दिन-ब-दिन खुद अपना रिकार्ड तोड़ रही है। ऐसे में गर्मी का असर सैलानियों की संख्या पर पड़ रहा है.
यह देखने आते हैैं सैलानी
बनारस को यूपी का मिनी इंडिया भी कहा जाता है। यहां डिफरेंट कल्चर, भाषा-बोली, रहन-सहन, खान-पान, धर्म-संप्रदाय और देश-प्रदेश के नागरिक निवास करते हैैं। बुद्ध उपदेश स्थली सारनाथ, बाबा विश्वनाथ धाम, गंगा दर्शन, कबीर धाम, रैदास जन्मस्थली, ओल्ड चर्च, फेमस मंदिर-मस्जिद समेत सैकड़ों ऐतिहासिक प्लेसेज हैैं। बनारस में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम व सारनाथ वर्ष भर खूब सैलानी पहुंचते हैैं। विश्वनाथ धाम के इनॉग्रेशन के बाद दिसंबर से लेकर मार्च तक रिकार्ड तोड़ देसी-विदेशी सैलानी बनारस आए। अब तीखी धूप और हीट वेव से सैलानियों ने अपना कदम सजग कर लिया है.
होटल इंडस्ट्री में चालू बुकिंग सिमटी
शहर के एक हजार से अधिक छोटे-बड़े होटलों में अप्रैल या चालू महीने में बुकिंग बुहत स्लो है। जबकि मार्च में 5 हजार से लेकर पचास हजार रुपए तक में कमरे बुक हो रहे थे। गंगा में बोटिंग के लिए 2 हजार में बोट और 25 हजार रुपए तक में बजड़ा की तक बुकिंग प्रभावित हो रही है। जबकि, देव दीपावली को लेकर अभी से नवंबर महीने की बुकिंग फुल जा रही है.
स्लो मोशन में सैलानियों की स्पीड
महाशिवरात्रि का भव्य समापन बनारस के पर्यटन के लिए नया अध्याय साबित हुआ। देश-विदेश से लाखों की तादात में श्रद्धालु और सैलानी बनारस आए। इससे सैलानियों के आने ट्रांसपोर्टेशन, मनी एक्सचेंज, बनारसी जीआई टैग इंडस्ट्री सेगमेंट को बिजनेस बढऩे से बंपर मुनाफा हुआ। वहीं, अब सैलानियों की संख्या 50 फीसदी हो जाने से इन इंडस्ट्री को कड़की का सामना करना पड़ रहा है.
बनारस आने वाले टूरिस्ट
मंथ नंबर
सितंबर (2021) 2,41,646
अक्टूबर 3,19,919
नवंबर 3,25,000
मार्च 2022 20 लाख से अधिक
कोविड की पाबंदियों के हटने के बाद से नया साल राहत लेकर आया है। अभी हीट वेव के चलते टूरिस्टों की संख्या घटी है। मौसम ठंडा होते ही सैलानी बनारस का रूख करने लगेंगे। एक-दो महीने में पहले की तरह हालात हो जाएंगे.
राकेश साहनी, बोट संचालक
कोविड के कारण टूरिस्ट नहीं आने से दिक्कत हुई। जनवरी 2022 के बाद से बनारस टूरिस्टों की आवक से बमबम हो गया। उम्मीद है कि जल्द ही सेलिब्रेशन और ओपन माहौल में टूरिस्ट्स की आमद से इंडस्ट्री पटरी पर लौट आएगी.
विशाल सिंह, होटल इंडस्ट्री
कोविड में धंधा बंद होने की कगार पर आ गया था। मार्च तक फारेनर्स की तादात में इजाफा और बुकिंग बढऩे से मुनाफे की उम्मीद जगी। अब मौसम की वजह से विदेशी सैलानी कम हुए हैैं, जो दो महीने बाद यानी बरसात से पहले इनका आवागमन शुरू हो जाएगा.
शैलेंद्र सिंह, सचिव, टूरिज्म एसोसिएशन
कोविड पाबंदी के हटने के बाद से विदेश से आने वाले टूरिस्टों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ। फिलवक्त मौसम, विदेशी सैलानियों के स्वास्थ्य के लिहाज से अनकंर्फटेबल है। उम्मीद है कि निकट भविष्य में और पर्यटक शहर आएंगे। मार्च 2020 से पहले (जब कोविड -19 का प्रकोप हुआ था), औसतन 35,000 से अधिक विदेशी हर महीने पीक सीजन के दौरान वाराणसी आते थे, जो सितंबर में शुरू होता है और मार्च के पहले सप्ताह में समाप्त होता है।
कीर्तिमान श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी