- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण की कवायद तेज, धर्मार्थ कार्य मंत्री विजय मिश्र ने मंदिर का किया निरीक्षण

- भवन विकास के लिए 84 लाख रुपये स्वीकृत, 3 भवनों का जल्द अधिग्रहण

VARANASI: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मैनेजमेंट की कमान जल्द ही प्राइवेट कम्पनी के हाथों में होगी। यह बात सोमवार को प्रदेश के धर्मार्थ कार्य मंत्री विजय मिश्र ने कही। विजय मिश्र सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने दर्शन-पूजन के बाद मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर में अवैध पंडों पर नजर है। मिलावटी पूजन सामग्री व प्रसाद बेचने वालों पर भी सख्त कार्रवाई होगी। मंगला आरती के समय में परिवर्तन की चर्चाओं को विराम देते हुए धर्मार्थ मंत्री ने कहा कि मंदिर की पूजा-पाठ या किसी पद्धति में किसी तरह का परिवर्तन या हस्तक्षेप स्वीकार नहीं होगा।

रिजल्ट आते ही हटेगा पेंट

दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए भवनों के विकास को 8ब् लाख रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं। पहले चरण में तीन भवनों का जल्द ही अधिग्रहण कर लिया जाएगा। इसमें मंदिर से लगा सीके फ्भ् /08, छत्ताद्वार व मीरजापुर भवन शामिल हैं। गोयनका भवन गंगा से ख्00 मीटर परिधि में आने पर विकास के रोड़े की बाबत उन्होंने कहा कि इसके लिये रूपरेखा तैयार की जा रही है। विकास के मसले पर कोई न कोई रास्ता निकल ही आएगा। तीसरे शिखर को स्वर्ण मंडित कराने के लिए मंदिर भवन की मजबूती आंकी जा रही है। सीबीआरआई रुड़की व मुंबई की एजेंसी इस पर कार्य कर रही है। रिजल्ट आते ही पेंट हटाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।

पहले किया निरीक्षण

इससे पहले धर्मार्थ मंत्री ने मंदिर परिसर व अधिग्रहण के लिए प्रस्तावित भवनों का निरीक्षण किया। इस दौरान कमिश्नर आरएम श्रीवास्तव, डीएम प्रांजल यादव, मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय अवस्थी, अपर कार्यपालक अधिकारी पीएन द्विवेदी व वीडीए उपाध्यक्ष सर्वज्ञराम मिश्र मौजूद थे।