-काशी विद्यापीठ में 'स्मार्ट सिटी बनाम स्मार्ट विलेज' दो दिवसीय सेमिनार का हुआ इनॉगरेशन

VARANASI

देश की करीब 7ख् परसेंट पब्लिक अब भी गांवों में रहती है। ऐसे में गांवों में आधारभूत सुविधाएं अवेलेबल करना होगा तभी हम स्मार्ट विलेज बना सकते हैं। स्मार्ट सिटी या स्मार्ट विलेज को साकार करने के लिए हमें अपनी सोच भी स्मार्ट बनानी होगी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में मंगलवार को आयोजित 'स्मार्ट सिटी बनाम स्मार्ट विलेज' विषयक राष्ट्रीय सेमिनार में वक्ताओं ने कहीं। कॉमर्स व मैनेजमेंट फैकल्टी, विद्यापीठ व आईएएमडी की ओर से आयोजित दो दिवसीय सेमिनार का इनॉगरेशन करते हुए पूर्वाचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के वीसी प्रो। पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट बनाने के लिए गांवों में मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, सड़क, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी।

ग्राम्य विकास योजना पर बल

स्पेशल गेस्ट संस्कृत विश्वविद्यालय के वीसी प्रो। यदुनाथ दुबे ने कहा कि गांवों से शहरों में पलायन रोकने के लिए ग्राम्य विकास योजना पर बल दिया जाना चाहिए। स्पेशल गेस्ट गुरुनानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के डॉ। बलविंदर सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। अध्यक्षता करते हुए वीसी डॉ। पृथ्वीश नाग ने कहा कि विज्ञान व प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग कर हम शहर व गांव को स्मार्ट बना सकते हैं।

स्टूडेंट्स ने बांधा समां

इस दौरान आईएमएस स्टूडेंट्स ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति की। गेस्ट्स ने सेमिनार के सोविनियर का भी विमोचन किया। वेलकम संकायाध्यक्ष प्रो। केएस जायसवाल, संचालन डॉ। अभिषेक मिश्र व थैंक्स प्रो। अजीत कुमार शुक्ल ने दिया। सेमिनार में आईएएमडी के अध्यक्ष व बीएचयू के प्रो। एचके सिंह, दिल्ली के प्रो। बीपी सिंह, प्रो। एके सिंह, गोरखपुर के प्रो। संजय बैजल आदि ने विचार व्यक्त किया।