मोहल्ले का हाल
सीवर ओवर फ्लो से पूरा इलाका परेशान, फैल रही है महामारी
- वरुणा का पानी बन रहा है जहरीला, लोगों के लिए जान लेवा बन गयी है खराब सड़कें
VARANASI
सीवर का पानी घरों के अंदर तक अपनी जगह बना चुका है। गलियों और सड़कों पर कूड़ा पसरा रहता है। सड़कों पर धूल इतनी होती है कि पेट धूल फांक कर ही भर जाता है। हर ओर गंदगी, दुर्व्यवस्था का ये आलम है सरैयां और जलालीपुरा इलाके का। सड़कें इतनी खराब है कि लोगों का चलना दुश्वार हो जाता है।
दोनों वॉर्ड में 90 प्रतिशत लोग पावरलूम चलाते हैं। इस एरिया का सबसे बड़ा कारोबार भी यही है। यहां के बुनाई किये गये कपड़े बड़े-बड़े बाजार में पहुंचते हैं। लेकिन यहां रहने वाले लोगों की हालत बद से बदतर है। गंदगी के कारण इस एरिया में सबसे ज्यादा बीमारियां फैलती है। यहां के एक मोहल्ला है अमरपुर बटलोहिया जहां करीब चार दर्जन घरों तक सीवर का पानी पहुंच गया है।
सीवर का पानी बड़ी परेशानी
वॉर्ड नंबर भ्0 सरैयां और जलालीपुरा भ्म् के लोगों के लिए हर एरिया नर्क बन गया है। सीवर का पानी ओवर फ्लो करते हुए घरों के भीतर पहुंच जाता है। इसकी शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है। यहां पर न तो सड़क है और न ही नाली। पुराना पुल एरिया से गुजरने वाली वरुणा का हाल बुरा है। इसके किनारों पर नगर निगम कूड़ा डंप कर रहा है। पानी केमिकल से भर गया है। गंदगी का आलम ये है कि आये दिन लोग हैजा और डायरिया से बीमार होते है। गंदगी की बदबू से लोगों का रहना मुश्किल है।
कभी नहीं होती सफाई
सफाई कर्मियों को साफ-सफाई से कोई मतलब नहीं है। हर मोहल्ले में कूड़े का ढेर पड़ा रहता है। कभी झाड़ू नहीं लगता है। लोगों से पूछा गया तो उनका कहना है कि कूड़ा उठता नहीं है और झाड़ू कभी लगता नहीं।
सीवर का पानी है दुखदायी
वॉर्ड नंबर भ्0 और भ्म् दोनों एरिया के लोगों का सबसे बड़ा दुख है पीने का पानी। यहां सप्लाई का पानी कभी कभार ही साफ मिल पाता है। वर्ना सीवरयुक्त पानी की ही सप्लाई होती है। लोगों को पीने के पानी के लिए हैंड पंप और दूसरे के घरों का मुंह देखना पड़ता है।
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इस इलाके में साफ-सफाई और पानी की बहुत दिक्कत है। कूड़ा कभी नहीं उठता है। सड़कों की हालत बहुत बुरी है। हमारा तो एरिया नर्क बना हुआ है।
हाजी वकास अंसार, सरैयां
सीवर का पानी में घरों में घुस जाता है। गंदगी और बदबू से कोई न कोई बीमार होता है। पीने के पानी की किल्लत और उपर से सीवरयुक्त पानी की सप्लाई। मलब जिंदगी नर्क है।
मुबारक अली, भटलोहिया
गंदगी, सड़क, सीवर, पानी न जाने कितनी परेशानियां हैं लेकिन उन्हें दूर करने वाला कोई नहीं है। कितनी भी शिकायत की जाए नगर निगम के लोग सुनते ही नहीं है।
शमसुद्दीन, सरैयां
ध्वस्त सड़कों के कारण न चाहते हुए भी दिन धूल फांकनी पड़ती है। किसी भी मोहल्ले में कदम रखिए हर ओर गंदगी और दुर्व्यवस्था का आलम है।
अल्ताफुर रहमान, सरैयां
हमारे लिए तो हर त्यौहार में दुश्वारी झेलनी होती है। सीवर, पीने का पानी, कूड़ा कभी इन समस्याओं से निजात नहीं मिल पाती है और सरकार स्मार्ट सिटी की बात कर रही है।
लालू अल्तमश
अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर हम नगर निगम और जलकल का दरवाजा खटखटाते रहते हैं लेकिन कोई काम नहीं होता है। हमेशा अधिकारी बजट न होने का रोना रोने लगते है।
फातिमा अंसारी, पार्षद, सरैयां
पार्षद तो सुनते ही नहीं
दोनों वॉर्ड के लोगों का आरोप है कि उनके पार्षदों को चुनाव जीतने के बाद किसी की परेशानी का ध्यान नहीं रहता है। कितनी भी शिकायत की जाए लेकिन कुछ नहीं होता है।