-बारिश में छाता लगाकर पोलिंग वोटर्स पहुंचे पोलिंग सेंटर

-जिन कैंडीडेट्स का सिंबल था छाता, उनका हुआ फायदा

VARANASI

पंचायत चुनाव के चौथे व अंतिम फेज में काशी विद्यापीठ व आराजी लाइन ब्लॉक में गुरुवार को हुए वोटिंग के दौरान छाता चुनाव चिन्ह वालों की बल्ले-बल्ले रही। रिमझिम बारिश होने के बावजूद छाता लेकर बड़ी संख्या में पोलिंग सेंटर्स तक वोटर्स पहुंचे। इसमें वो भूल गए कि बारिश से बचने के लिए जो छाता वो लगाए हैं वो किसी का चुनाव चिन्ह है। इससे जाने अनजाने में उन लोगों को फायदा हुआ जिनका चुनाव चिन्ह छाता रहा। हालांकि कई जगहों पर इसकी कम्प्लेन भी दर्ज करायी गयी।

मौके का उठाया फायदा

डीएलडब्ल्यू एरिया के पहाड़ी गांव में बारिश का लाभ एक कैंडीडेट ने खूब उठाया। सेक्टर नंबर एक में जिला पंचायत के एक कैंडीडेट का सिंबल छाता था। बारिश होने के बाद वह खुशी से झूम उठा। मौका देख समर्थकों संग वह बूथ पर खुद छाता लेकर खड़ा हो गया। हालांकि अन्य कैंडीडेट्स ने इस पर ऑब्जेक्शन दर्ज कराया, लेकिन बारिश के कारण ऑफिसर्स के हाथ बंधे रहे। वहीं मंडुवाडीह रेलवे क्रॉसिंग नंबर तीन 'अ' के पास बने बूथ के पास कैंडीडेट द्वारा छाता लेकर प्रचार करने की अफवाह उड़ी लेकिन जब ऑफिसर मौके पर पहुंचे तो वहां से सभी गायब हो गए। इस तरह की कम्प्लेन लगभग हर पोलिंग सेंटर पर रही।

गुलजार रहे चौराहे

बारिश होने से जहां पोलिंग सेंटर के आसपास खुले जगहों पर लोग कम दिखायी दिए तो चौराहे व चाय के दुकान गुलजार रहे। बहरहाल गांव में बारिश का बिल्कुल असर नहीं था। चट्टी-चौराहों पर स्थित चाय-पान की दुकानों पर लोग चुनावी चर्चा में मशगूल रहे। इस दौरान ठंड से बचने के लिए अलाव आदि भी जलाया गया था।

कीचड़ तो कहीं पानी

पोलिंग सेंटर्स पर कहीं कीचड़ तो कहीं पानी भरा था। जिससे वोटर्स को अपने बूथ तक पहुंचने में खासी परेशानी हुई। खासकर बुजुर्ग और महिलाओं को तो बचते बचाते पहुंचना पड़ा। बारिश के चलते लगभग सभी स्कूल में पानी भरा था। इससे कैंपस में कीचड़ हो गया। इसी कीचड़ में से होकर वोटर्स को बूथ तक जाने को मजबूर होना पड़ा। कई जगह तो कीचड़ के चलते जबरदस्त फिसलन भी हो गयी थी।