वाराणसी (ब्यूरो)। भेलूपुर व दशाश्वमेध से अरेस्ट स्नेचर महिलाओं का एक बड़ा गिरोह है। गिरोह की महिलाएं आपस में रिश्तेदार भी हैं। जैसे शीतला मंदिर में पकड़ी गई मऊ के घोसी नगर के वार्ड संख्या तीन बड़ागांव पूर्वी की पूजा व अंजली ननद - भाभी हैं। ये भिक्षाटन के नाम पर लोगों को अपना शिकार बनाती हैं। इनका जाल गोरखपुर तक फैला है। इनका राजफाश होने के बाद पुलिस ने इनके घरों पर दस्तक दी है। नगर में सभासद व गांव के प्रधान से इनका फोटो दिखा कर पुलिस ने इनके बारे में तस्दीक भी की है। यह पुरुषों से कम नहीं हैं। इनके गिरोह में दर्जनों की संख्या में महिलाएं हैं.
अपराध करने का तरीका
दशाश्वमेध थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि भीख मांगने के बहाने ये अपना काम कर जाती हैं। इससे किसी को संदेह नहीं होता। मंदिरों, रोडवेज, रेलवे स्टेशन के अलावा गिरोह की महिलाएं आटो में सवारी बनकर भी घटनाओं को अंजाम देती हैं। खास बात यह है कि इनके मददगार कुछ आटो चालक भी होते हैं। आटो चालक बखूबी जानते हैं कि इन महिलाओं को कहां से बैठाना और कहां उतारना है। बगल में बैठी सवारी के गले से चेन व पर्स या बैग कट जाता है और उन्हें पता ही नहीं चलता। बाद में जब जानकारी होती है, तब तक रास्ते में उतर कर चली जाती हैं। मंदिरों में भीड़ का फायदा उठाकर संगठित रूप में वे कतार या भीड़ में शामिल हो जाती हैं। इसके बाद आपस में ही धक्का-मुक्की कर माहौल बनाती और मौका मिलते ही हाथ साफ कर देती हैं। इस दौरान कोई महिला यदि लोगों द्वारा पकड़ी जाती है तो गिरोह की अन्य महिलाएं आरोपित के प्रति सहानुभूति जताते हुए उसे छुड़ाने का प्रयास भी करती हैं।
पूर्वांचल के जिलों से आकर डाला डेरा
पुलिस की जांच में यह भी पता लगा है कि यह महिलाएं पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आती हैं। इनका कोई स्थायी ठिकाना नहीं होता। खासकर आजमगढ़, मऊ व गोरखपुर से आकर यहां इस तरह की घटनाओं को अंजाम देती हैं। गत 10 अप्रैल को भेलूपुर व दशाश्वमेध पुलिस ने आजमगढ़ के जीयनपुर की गायत्री देवी, गोरखपुर के बड़हलगंज की रीना व माधुरी तथा मऊ के घोसी की सीमा, पूजा व अंजली को पकड़ा था।
नशीले पाउडर से बनाती हैं अपना शिकार
इस गिरोह की महिलाएं रोडवेज व रेलवे स्टेशनों पर नशीला पाउडर खिलाकर उनके सामान लेकर चंपत हो जाती हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार नशीला पाउडर बनाने के लिए डायजापाम व अल्प्राजोलम नामक दवा का इस्तेमाल करती हैं। पुलिस ने इन महिलाओं के पास से 80 ग्राम नशीला पदार्थ बरामद किया था। पूर्व में गिरोह की कुछ महिलाएं गोरखपुर पुलिस एवं गोरखपुर जीआरपी के हत्थे चढ़ चुकी हैं। यह महिलाएं कुछ दिनों तक घर से गायब रहती हैं। जिले से बाहर ही इनके क्रियाकलाप होने के कारण इनके बारे में स्थानीय पुलिस व उनके घर के आसपास के लोगों को बहुत जानकारी नहीं है।
घर के नाम पर झोपड़ी
गिरफ्त में आई महिलाओं का घर आलीशान नहीं, बल्कि झोपड़ी है। जीयनपुर की गायत्री देवी के घर पर जागरण प्रतिनिधि पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। इन महिलाओं के घर के पुरुष भी भीख मांगने के बहाने आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। गांव वालों ने बताया कि इनका परिवार भीख मांगने का काम करता है.
पिछले दिनों हुई घटनाएं
- कपसेटी के भद्रकाली मंदिर पर दर्शन करने आई दो महिलाओं से चेन स्नेङ्क्षचग.
- महामृत्युंजय मंदिर में सपरिवार दर्शन करने आई दक्षिण भारतीय महिला से चेन स्नेङ्क्षचग.
- भेलूपुर थाना क्षेत्र के कौडिय़ा मंदिर में महिला संग स्नेङ्क्षचग.
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शिवपुर के नटिनिया दाई मंदिर में महिला की चेन उड़ाई.