-33 हजार केवीए की केबिल के जल जाने से सप्लाई रही ठप

-बिना पंखे के बच्चे, बुजुर्ग सहित अन्य पैसेंजर्स सात घंटे तक बिलबिलाए

-वॉटर सप्लाई के भी ठप रहने से नहीं मिला पानी

VARANASI

कैंट स्टेशन पर गुरुवार को बिजली सप्लाई ठप रहने से पैसेंजर्स तड़प गए। यहां विद्युत आपूर्ति के लिए भिखारीपुर से फ्फ् हजार केवीए के दौड़ाए गए केबिल में सुबह क्क् बजे आग लग गई जिसके कारण स्टेशन पर सात घंटे से अधिक समय तक बिजली नहीं मिल सकी। इसका असर ये रहा कि प्लेटफॉर्म व कार्यालयों सहित रेलवे क्वार्टर्स में जहां पंखे नहीं चले वहीं लाइट न जलने से अंधेरा छाया रहा। बिजली ठप रहने से कैंट से रवाना होने होने वाली दर्जनों ट्रेन्स में पानी नहीं भरा जा सका। जिससे प्लेटफॉ‌र्म्स पर पैसेंजर्स को पानी के लिए भटकना पड़ा।

मंडल विद्युत इंजीनियर जेके लोहिया ने बताया कि लहरतारा के वसुन्धरा रेलवे कालोनी के पास कैंट स्टेशन को सप्लाई के लिए बिछाई गई केबिल में आग लग जाने के कारण आपूर्ति बाधित हो गई। जिसे देर शाम तक दुरुस्त करने का काम चलता रहा। उन्होंने बताया कि कैंट स्टेशन पर हाई पावर के लगाये गये पांच जेनरेटर को लगातार चलाया गया। ताकि रेलवे की जरूरी सेवाएं बरकरार रह सकें।

पेयजल के लिए रहे परेशान

बिजली सप्लाई बाधित होने के कारण कैंट स्टेशन कैंपस सहित प्लेटफॉ‌र्म्स पर पीने के पानी की भी आपूर्ति नहीं हो पायी। प्लेटफॉर्म नम्बर म्,7,8,9 से गुजरने वाली लगभग सभी ट्रेन्स पर बुरा प्रभाव पड़ा। पानी आपूर्ति नहीं होने से मुख्य खानपान निरीक्षक कैंट एस के पाण्डेय की ओर से हर प्लेटफॉर्म पर रेल नीर की अधिक से अधिक बोतलों को उपलब्ध कराया गया था। इसके बाद भी काफी पैसेंजर्स को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ा।

रिटायरिंग व डारमेट्री छोड़ भागे

आसमान से बरस रहे आग के बीच रिटायरिंग व डारमेट्री रूम में पंखा नहीं चलता देख यात्रियों ने चीफ मैट्रन ऑफिस में शिकायत की। यहां कोई सुनवाई नहीं हुई तो बुकिंग के बाद भी डारमेट्री व रिटायरिंग रूम छोड़कर अन्यत्र चले गये। गर्मी के मौसम में पंखा नहीं चलने से प्लेटफॉर्म नम्बर एक व पांच पर बने वेटिंग रूम्स में बैठे पैसेंजर्स वेटिंग हाल छोड़ कर बाहर आ गये।

हाथ का पंखा लेकर काटा दिन

विद्युत आपूर्ति ठप रहने से कैंट स्टेशन स्थित रेलवे के सभी कालोनियों में रह रहे कर्मचारियों के परिजनों को पंखा झलने के लिए मजबूर होना पड़ा। रेलकर्मियों के फैमिली मेंबर्स ने बताया कि स्टेशन कैंपस में बिजली सप्लाई ठप होते ही रेलवे कालोनियों में भी लाइट काट दी जाती है।