चौबेपुर में स्कूल टीचर को मैजिक ने मारा धक्का, मौके पर ही तोड़ा दम

- फूलपुर में ट्रक ने युवक को कुचला

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चार साल की रुचि का रो रो कर बुरा हाल था। रुचि इसलिए रो रही थी क्योंकि उसकी मां और आठ साल की बड़ी बहन भी रो रही थीं। हर कोई मासूम को चुप कराने में जुटा था लेकिन रुचि किसी की एक सुनने को तैयार नहीं थी। रोते रोते रुचि बस एक ही बात कह रही थी पापा कहां हैं? सब रो रहे हैं। उनको बुला दो। उन्होंने होली के लिए कलर और पिचकारी दिलाने का प्रॉमिस किया था। मासूम की ये बातें सुनते ही माहौल और गमगीन हो गया क्योंकि रुचि के पापा अब कभी नहीं आने वाले थे। उनको काल ने मंगलवार को हुए एक सड़क हादसे में लील लिया था।

लौट रहे थे घर

चिरईगांव निवासी लाल बहादुर के दो बेटों में बड़े निखिल कुमार (32 वर्ष) चौबेपुर में ही टीचर थे। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी चारू आठ साल की और छोटी रुचि चार साल की। दोनों बेटियां पापा के स्कूल से आने का वेट कर रही थीं। निखिल भी स्कूल से परीक्षा ड्यूटी कर घर लौट रहे थे। इसी बीच वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर उमरहा नहर के समीप सामने से आ रही एक मैजिक ने बाइक में टक्कर मारी। हादसे में निखिल की मौके पर ही मौत हो गई।

पिता की मौत बेटा घायल

फूलपुर के कथौली गांव निवासी धनंजय पटेल (18 वर्ष) अपने पिता महेन्द्र पटेल (42 वर्ष) को बाइक से बाबतपुर छोड़ने जा रहा था। पेट्रोल भराने के बाद बाइक लेकर सड़क पर पहुंचा तभी पीछे से तेज गति से आ रहे ट्रक के धक्के से बाइक पर पीछे बैठे महेन्द्र हवा में उछलकर सड़क पर गिरे और बेटा धनंजय पटरी पर जा गिरा। हादसे के बाद ग्रामीणों ने घायलों को हरहुआ स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने महेन्द्र को मृत घोषित कर दिया वहीं धनंजय को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी।