वाराणसी (ब्यूरो)। काशी में प्रस्तावित रोपवे का नया रूट तैयार किया गया है। अब गिरिजाघर नहीं। कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक रोपवे जाएगा। 3.75 किमी के रास्ते में पांच स्टेशन होंगे, जिसमें सिगरा साजन तिराहे की जगह काशी विद्यापीठ नया स्टेशन होगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखकर नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने परियोजना के एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुन: फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की है। इसमें कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक की यात्रा 17 मिनट में पूरी होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 16 घंटे रोपवे सेवा उपलब्ध रहेगी।
सरकार ने नए प्रस्ताव को दी मंजूरी
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास का एक नया अध्याय जुडऩे वाला है। नेशनल हाईवे, रिंग रोड, फ्लाईओवर, आरओबी के बाद वाराणसी के भीड़भाड़ वाले इलाके में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोपवे चलेगा। नये प्रपोजल के अनुसार श्रद्धालु रोपवे से कैंट रेलवे स्टेशन से सीधे बाबा विश्वनाथ धाम और गंगा घाट पहुचेंगे। योगी सरकार की ओर से कैंट स्टेशन से गोदौलिया के बीच रोपवे परियोजना को हरी झंडी मिलने के बाद अब नए तरीके से धरातल पर उतारने की कवायद शुरू हो गई है। रोपवे में 228 केबिन होंगे। हर तीन से चार मिनट के अंतराल पर यह सेवा उपलब्ध रहेगी। एक केबिन में 10 लोग सवार हो सकेंगे। 6.5 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से 17 मिनट में तय करेंगे। रोपवे से सफर करने वाला यात्री को वायु और ध्वनि प्रदूषण से राहत मिलेगी। रोपवे स्टेशन और ट्राली पर वाराणसी की कला, धर्म और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। स्टेशन पर एस्केलेटर का भी प्रावधान है। कैंट रेलवे स्टेशन और गोदौलिया चौराहे पर टर्मिनल स्टेशन बनेगा। इस परियोजना की लागत करीब 461.19 करोड़ रुपये है।
निविदा की अंतिम तिथि 30 जून
वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी जोकि एनएचएआई के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है, को परियोजना को क्रियान्वयन करने हेतु नामित किया गया है। एनएचएलएमएल द्वारा परियोजना के एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुन: फिजीबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर निविदा आमंत्रित कर दी गई है। उक्त टेंडर एनएचएआई द्वारा हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल (एचएएम ) पर है। निविदा की अंतिम तिथि 30 जून 2022 निर्धारित की गई है.
काशी में रोपवे संचालित करने के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने शहर का विस्तृत अध्ययन कर पुन: फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें पांच स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। इसमें पहला स्टेशन कैंट रेलवे स्टेशन, उसके बाद काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरिजाघर क्रॉसिंग, जो टर्निंग स्टेशन होगा। अंतिम स्टेशन गोदौलिया चौराहा प्रस्तावित किया गया है।
-ईशा दुहन, वीसी, वीडीए