-संस्कृत यूनिवर्सिटी के वीसी की अध्यक्षता में गठित कमेटी की हुई पहली बैठक

-शासन ने सीतापुर व फैजाबाद के डीएम से भूमि उपलब्ध कराने का दिया निर्देश

VARANASI

महामना पं। मदन मोहन मालवीय संस्कृत यूनिवर्सिटी के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। नयी यूनिवर्सिटी सीतापुर के नैमीषारण्य या फैजाबाद के अयोध्या में से किसी एक डिस्ट्रिक्ट में खोलने का डिसीजन लिया गया है। इस क्रम में शासन ने दोनों डिस्ट्रिक्ट के डीएम से यूनिवर्सिटी के लिए भ्0 से क्00 एकड़ तक की भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। ताकि किसी एक डिस्ट्रिक्ट में जल्द से जल्द कैंप ऑफिस खोला जा सके। शासन ने नए संस्कृत यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। यदुनाथ दुबे की अध्यक्षता में एक चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी की पहली मीटिंग शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के योग साधना केंद्र संवाद कक्ष में आयोजित हुई। मीटिंग में शासन के प्रतिनिधि ने बताया कि गवर्नमेंट नयी यूनिवर्सिटी फैजाबाद में खोलने का इच्छुक है।

संपूर्णानंद पर पड़ेगा असर

एक और संस्कृत यूनिवर्सिटी के खुल जाने से इसका असर संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी पर पड़ने की संभावना है। छात्रसंख्या और कम हो सकती है। संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के सुझाव पर शासन सीतापुर डिस्ट्रिक्ट को भी विकल्प के रूप में लेकर चल रही है। बैठक में कमेटी के संयोजक उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अपर सचिव डॉ। आरपीएस यादव, उच्च शिक्षा निदेशालय के संयुक्त सचिव एसपी खरे, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, लखनऊ के प्रभारी प्रिंसिपल प्रो। डीके जैन, प्रो। शैलेश कुमार मिश्र शामिल रहे।

उप समिति गठित

नयी यूनिवर्सिटी की स्थापना को गति देने के लिए एक उप समिति भी गठित कर दी गई है। वीसी की अध्यक्षता में गठित उप समिति में लाल बहादुर संस्कृत संस्थान, नई दिल्ली के वीसी प्रो। राजेश कुमार पांडेय, बीएचयू के प्रो। राजाराम शुक्ल, राजस्थान संस्कृत यूनिवर्सिटी के एक्स वीसी प्रो। युगल किशोर मिश्र, प्रो। रजनीश कुमार शुक्ल व प्रो। राम किशोर त्रिपाठी मेंबर बनाए गए हैं।

जल्द बनेगा ऑर्डिनेंस

नयी यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए कमेटी को तीन महीने के अंदर आर्डिनेंस व कोर्स बनाने का निर्देश दिया गया है।

जॉब ओरिएंटेड कोर्स

संस्कृत के प्रति रूझान बढ़ाने के लिए नए विश्वविद्यालय में शास्त्री, आचार्य के जॉब ओरिएंटेड कोर्स भी संचालित करने का डिसीजन लिया गया है। इसमें ज्योतिष, कर्मकांड व योगा जैसे कोर्स शामिल हैं।