-कहीं फर्जी मतदान की सूचना तो कहीं दो गुटों में मारपीट

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छिटपुट हिंसा और प्रशासन की अव्यवस्था के बीच पंचायत चुनाव का चौथा चरण पूरा हुआ। काशीविद्यापीठ और आराजीलाइन ब्लॉक में मतदान के दौरान कई पोलिंग सेंटर से फर्जी मतदान की सूचना आती रही। काशीविद्यापीठ ब्लाक के जलालीपट्टी में दो प्रत्याशी के समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों का आरोप था कि वे जबरन वोटर्स को अपने पक्ष में वोट डलवाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं आराजीलाइन ब्लॉक के रामसिंहपुर में फर्जी मतदान की सूचना मिलते ही तुरंत एसडीएम अभय कुमार पांडेय मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया।

पहले सील की मतपेटिका तो हुआ बवाल

काशी विद्यापीठ ब्लॉक के पहलू का पुरा पोलिंग बूथ पर मतदानकर्मियों ने शाम पांच बजे से 15 मिनट पहले ही मतपेटिका सील कर दी। इसको लेकर लोगों ने हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराने के साथ मतपेटिका का सील खुलवाया। इसके बाद तीन लोगों ने मतदान किया। वहीं काशीविद्यापीठ ब्लॉक के मंडाव गांव के बूथ पर कई ग्रामीणों का नाम सूची से गायब मिला। इससे मतदानकर्मियों ने वोट देने से मना कर दिया। इससे नाराज लोगों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया।

बारिश में भीग गया बूथ

आराजीलाइन ब्लॉक के महावन गांव में बूथ संख्या 177 को टेंट में बनाया गया था। लगातार हो रही बारिश के कारण टेंट भीग गया। इससे मतदान सुबह सात बजे शुरू नहीं हो सका। करीब आधे घंटे देरी से अर्धनिर्मित भवन में मतदान शुरू हुआ। वहीं काशीविद्यापीठ के चुरावनपुर गांव के वार्ड 63 से बीडीसी प्रत्याशी निर्मला सिंह का नाम मतदाता सूची से गायब मिला। इससे कर्मचारियों ने वोट देने से मना कर दिया। जबकि सूची में नाम के आधार पर ही उन्हें अंगूठी सिंबल एलॉट किया गया था।