-आठ ब्लॉक में चल रही मतगणना, पल-पल में बदलती रही प्रत्याशियों की किस्मत

-बीडीसी का मनता रहा जश्न, जिला पंचायत सदस्य का लंबा चला इंतजार

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एक नवंबर दिन, रविवार। कहीं सन्नाटा दिखा तो कहीं पटाखे फूटते नजर आए। कहीं ढोल-नगाड़ों पर जश्न का माहौल चल रहा था तो कहीं मातम में लोग डूबे थे। यह नजारा देखने को मिला बनारस के सभी आठ ब्लॉक में। जहां मतगणना चल रही थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना का कार्य सुबह आठ बजे शुरू हुआ। तीन घंटे बाद से ही विभिन्न ब्लॉक में बीडीसी का रिजल्ट डिक्लेयर होने लगा। हालांकि रात आठ बजे तक एक भी जिला पंचायत सदस्य का रिजल्ट डिक्लेयर नहीं हो सका।

कहीं हुआ उलटफेर तो कहीं मिली सिर्फ एक से जीत

पंचायत चुनाव में में जहां मतदाताओं का उत्साह जबरदस्त देखने को मिला था, वहीं रिजल्ट भी काफी उलटफेर नजर आया। पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर के भाई की वाइफ शकुंतला बीडीसी का चुनाव हार गई। आराजीलाइन के वॉर्ड संख्या 123 से नगीना 495 मत पाकर विजयी रही। वहीं वॉर्ड 36 से विश्वनाथ यादव, वॉर्ड 51 से बंधू वर्मा महज एक वोट से विजयी रहे। रात नौ बजे तक क्षेत्र पंचायत सदस्य के 1199 सीट में 380 का रिजल्ट डिक्लेयर हो गया है।

छिटपुट अव्यवस्थाओं के बीच होती रही मतगणना

मतगणना के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। इससे किसी तरह की हिंसात्मक घटनाएं तो नहीं हैं, मगर अन्य अव्यवस्थाओं की भरमार रही। पिंडरा समेत कई ब्लॉक में मोहर को लेकर हंगामा होता रहा। मतपत्र को मोड़ने में मोहर दूसरे सिंबल में भी लग गया था। इसको लेकर कई प्रत्याशियों ने हंगामा किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरओ ने आश्वासन दिया कि जिस पर मोहर लगी है, उसे वैलिड माना जाएगा। कुछ केंद्रों पर अधिकारियों के लेट पहुंचने से मतगणना का कार्य देरी से शुरू हुआ।