वाराणसी (ब्यूरो)सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश पर बनारस में आवागमन और यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के लिए सड़क किनारे से अतिक्रमण को हटाया गयाशहर के कई इलाकों में अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर कुछ समय तक दिखाई भी दियालेकिन, दो हफ्ते से अधिक का समय गुजरते ही सड़कों पर दोबारा से अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा लियाशहर के अतिव्यस्ततम इलाके कैंट, लंका, रोडवेज बस अड्डा, लहरतारा, कचहरी, पांडेयपुर, लंका, इंग्लिशिया लाइन, काशी विद्यापीठ रोड और नदेसर समेत कई इलाकों की सड़कों पर अतिक्रमणकारियों ने वाहन, सामान, ठेले, दुकान और अवैध पार्किंग से कब्जा जमा रखा हैइससे आफिस टाइम, बस-ट्रेन और अन्य जरूरी कामों से अपने गंतव्य को जाने वालों लोगों को कई असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा हैलिहाजा, पुलिस, यातायात विभाग व नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते को एक बार फिर से कंबाइड रूप से अभियान चलाकर स्मूथ यातायात को बहाल करने की आवश्यकता है.

सीन-1

कैंट व रोडवेज बस अड्डा

अभी हाल में सीएम योगी के आने से पहले अभियान चलाकर कैंट रेलवे स्टेशन के मेन गेट से लेकर निकासी गेट तक अतिक्रमण को हटाया गयालेकिन, उनके जाते ही फिर से ठेले, पान-बीड़ी के दुकान, नाश्ता-बाटी के ठेले, वाहनों की बेतरतीब पार्किंग और अवैध रूप से बने आटो स्टैैंड ट्रैफिक की सांस रोकने पर अमादा हैंइससे आए दिन राहगीरों को परेशान और वाहनों को रेंग-रेंग कर चलना होता है.

सीन-2

लंका भी चपेटे में

शहर में कैंट रेलवे स्टेशन के बाद अति व्यस्ततम इलाकों में शुमार लंका की सड़क भी अतिक्रमण की चपेट में हैबीएचयू हास्पिटल, विश्वविद्यालय और विवि में से होते हुए सिर-गोवर्धन, डाफी बाइपास, ककरमत्ता, करौंदी समेत कई स्थानों पर जाने-आने के लिए रोजाना लाखों की तादात में पब्लिक गुजरती हैइन इलाकों में आटो और ई-रिक्शा की की बेतरतीब पार्किंग और रोड किनारे फुटपाथों पर दुकानों के लगाए जाने से अक्सर जाम की स्थिति से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है

ट्रैफिक जाम से नुकसान

-पब्लिक के साथ एंबुलेंस और स्कूल बस को ट्रैफिक जाम में फंसने से परेशान

-अतिक्रमणकारियों को रोकने-टोकने पर अपमानजनक भाषा व विवाद करने लगते हैैं

-वाहनों के जाम में फेंसने से ग्रीन हाउस गैसों का बढ़ाता उत्सर्जन

-दवा, भोजन व अन्य वस्तुओं की डिलीवरी में देरी

-जाम में फंसने से ईंधन के अधिक दहन से बढ़ता खर्च

ये बोले यूथ व स्टूडेंट

शहर की सड़कों पर आटो और ई-रिक्शा चालकों द्वारा वाहनों को जहां-तहां पार्क करने से आवागमन धीमा हो जाता हैअभियान चलाने पर कुछ दिनों तक राहत रहती है, लेकिन कुछ दिनों बाद फिर जस का तस हो जाता हैलिहाजा, विभाग परमानेंट उपाय करे.

आनंद यादव, स्टूडेंट, बीएचयू

बनारस में यहां की पब्लिक के अलावा रोजाना 50 हजार से अधिक सैलानी और श्रद्धालु आते हैैंइस वजह से शायद ही कोई सड़क अतिक्रमण से मुक्त होप्रशासन, नगर निगम और यातायात विभाग हल्के अभियान चलाने के बजाय परमानेंट साल्यूशन पर विचार करे, ताकि शहर जाम से मुक्ति हो सके.

सूर्यकांत पांडेय, यूथ

शहर में लगातार अतिक्रमण और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान अनवरत रूप से चलाया जा रहा हैरूल्स ब्रेक करने वालों के एटीएम कार्ड से तत्काल मशीन से जूर्माना वसूला जा रहा हैअतिक्रमण करने वाले और यातायात के रूल्स ब्रेक करने वाले सुधर जाएं या सामान, दुकान जब्त किए जाने के साथ जुर्माना भरने को तैयार रहें.

पंकज कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर, यातायात विभाग