वाराणसी (ब्यूरो)शहर के लोगों के लिए यह खास खबर हैचौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर पर वाहन चालकों को अब झटके नहीं लगेंगेइसके अलावा बैक पेन, स्लीप डिस्क, गर्दन में दर्द, कलाई में दर्द, कंधों में दर्द व रीढ़ की हड्डी भी कमजोर नहीं होगीदैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में शरीर को सुकून देने वाली तस्वीर सामने आयी। 1710 मीटर लंबी चौकाघाट-लहरतारा पर 88 ज्वाइंट प्वाइंट हैंएक सप्ताह पहले वाहन चालकों को चौकाघाट से लहरतारा जाने वाली लेन पर इतने झटके लगते थे, लेकिन अब नहीं लगेंगेलहरतारा से चौकाघाट जाने वाली लेन में 62 ज्वाइंट प्वाइंट हैं, जो अभी प्लेन नहीं हो पाए हैंइसे भी दस दिन में पूरा कर लिया जाएगा

हर दिन गुजरते हैं दो लाख वाहन

पीएम नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2020 में 1710 मीटर लंबी चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर का लोकार्पण किया था, जिसे सेतु निगम ने बनाया थाइस पुल के निर्माण होने के चलते लहरतारा से चौकाघाट जाने वालों की राह आसान हो गयी हैइसी तरह चौकाघाट से लहरतारा आने वालों को भी जाम से निजात मिल गयीएक अनुमान के तहत इस पुल से रोजाना 60 हजार से अधिक कार, सवा लाख से अधिक बाइक और 6 हजार से अधिक भारी वाहन गुजरते हैं

हड्डियों से जुड़ी कई बीमारी होने का डर

सड़कों पर गड्ढे से हड्डियों से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैंरीढ़ की हड्डी प्रभावित होने पर पूरा स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता हैरीढ़ की हड्डी पर पूरा शरीर टीका होता हैमोटर साइकिल चलाने पर शरीर का पूरा वजन कमर और गर्दन से जुड़ी रीढ़ की हड्डी पर टीका होता हैगड्ढे होने पर या खस्ताहाल होने पर झटके लगते हैंइससे रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ता हैइसके अलावा कंधों की जोड़ व कलाई पर भी जोर पड़ता हैगाड़ी की स्पीड अधिक हो तो कंधे की जोड़ की हड्डी खिसक सकती हैइसके अलावा बैक किक की बीमारी हो सकती हैगाड़ी चलाते वक्त आंखों पर जोर अधिक पड़ता हैइस वजह से आंखों में दर्द व सिर दर्द हो सकता हैशरीर की बनावट ऐसी है कि यदि किसी एक हिस्से में कोई परेशानी हो तो कई तरह की शारीरिक दिक्कतें शुरू हो जाती हैंइसलिए सड़कों पर गड्ढे होना सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैवैसे भी लोगों में कमर दर्द और स्लीप डिस्क की बीमारी बढ़ी है

सड़कों पर चलने के दौरान कहीं पर गड्ढे या जर्क दिखे तो वहां से आवागमन करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिएखासतौर से दोपहिया वाहन चालकों को बेहद धीमी गति से निकलना चाहिए, जिससे शरीर को तेज झटका न लगने पाए, क्योंकि गड्ढों को पार करते समय तेज झटका लगने से शरीर की हड्डियों को नुकसान पहुंचने की संभावनाएं ज्यादा रहती हैं.

-डाडीडी दुबे, आर्थो स्पेशलिस्ट