डॉलर से मिल रहे फायदे ने मार्केट में एक अलग ही सीन क्रियेट कर दिया है। शेयर्स में लगातार हाथ जलाने वालों को डॉलर की चमक काफी पसंद आने लगी है। काफी लोगों ने करेंसी ट्रेडिंग की ओर रुख कर लिया है। स्माल इन्वेस्टर्स ने भी करेंसी ट्रेडिंग में कदम रख दिया है। आखिर डॉलर रोज 15 परसेंट तक का रिटर्न जो दे रहा है। इस वक्त कोई भी शेयर इतना मुनाफा नहीं दे पा रहा है। इसलिए पिछले छह महीने से करेंसी ट्रेडिंग में इन्वेस्टर्स का वाल्यूम बढ़ गया है। महीनों की बात तो छोड़ दीजिए लोगों ने कुछ दिनों में ही मोटा मुनाफा बना लिया है। जिन्होंने कभी इसमें पैसा नहीं भी लगाया था वो भी अब दिन-दिन भर करेंसी के अप-डाउन को फॉलो करने लगे हैं।

थोड़े में हो रहा ज्यादा मुनाफा

इस वक्त डॉलर की एक लॉट लगभग दो हजार रुपये में मिल रही है और डॉलर के चढऩे से हर रोज 10-15 परसेंट का फायदा मिल रहा है। इस हिसाब से रोज ही डॉलर में दो हजार रुपये लगाने पर 200-220 रुपये तक का सीधा फायदा हो जा रहा है। रोज के रोज इस फायदे को देखते हुए लोग जहां पहले फ्यूचर में डॉलर के 12 महीने का कॉन्ट्रैक्ट लेते थे तो अब करेंट महीने या तीन महीने का कॉन्ट्रैक्ट ही लेना पसंद कर रहे हैं। एक आम ट्रेडर के पास 50 से 100 लॉट तक होल्ड कर रहा है।

ऐसे होती है फॉरेक्स ट्रेडिंग

एक हजार डॉलर की एक लॉट होती है। लॉट को करेंट मंथ, तीन महीने व 12 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर 3.58 परसेंट की मार्जिन पर रुपये में खरीदा जाता है। जितने महीने का कांट्रैक्ट लिया है उसके अन्दर कभी भी सौदा काटा जा सकता है। एक बार में 100 लॉट तक बाई या सेल किया जा सकता है।