-गंगा का जलस्तर स्थिर, एक दिन पहले की अपेक्षा सिर्फ चार सेंटीमीटर चढ़ा पानी, 67.82 मीटर दर्ज किया गंगा का जलस्तर

-किनारे रह रहे लोगों ने ली राहत की सांस, वरुणा में भी नहीं बढ़ा पानी

VARANASI

सदानीरा गंगा में बढ़ता जलस्तर शनिवार को स्थिर हुआ और इसी के साथ तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों की चिंता घट गई। गंगा किनारे रहने वालों ने राहत की सांस ली है। केन्द्रीय जल आयोग ने एक दिन पहले की अपेक्षा गंगा के वॉटर लेवल में चार सेंटीमीटर की बढ़त दर्ज की है। पर इसके साथ ही उन्होंने गंगा के जलस्तर के स्थिरता की भी बात कही है। शाम छह बजे तक गंगा का जलस्तर म्7.8ख् मीटर दर्ज किया गया।

इलाहाबाद में भी थमी

जल आयेाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाहाबाद में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ाव नहीं दर्ज किया गया है। उनका कहना है कि यदि मध्य प्रदेश में तेज बारिश हुई तो एक बार फिर से गंगा में बढ़ाव की स्थिति बन सकती है। इधर वरुणा ने भी राहत दी है। गंगा में बढ़ाव का सीधा असर वरुणा में होता है। गंगा में पानी स्थिर होने से वरुणा में भी पानी ऊपर आता नहीं दिख रहा है।

शवदाह में परेशानी

वर्तमान में गंगा के बढ़े जलस्तर से शवदाह करने में खासी दिक्कत आ रही है। मणिकर्णिका घाट व हरिश्चंद्र घाट पर शवों को ऊपर जलाया जा रहा है। हरिश्चंद्र घाट पर ऊपर जगह की कमी के चलते शवयात्रियों को इंतजार करना पड़ रहा है। नीचे की सीढि़यां पूरी तरह जलमग्न हो चुकी हैं। ऊपर किसी तरह सिर्फ दो या तीन शवों के दाह की ही व्यवस्था बन पा रही है। इधर गंगा किनारे रहने वालों ने ऊपर की ओर ठिकाना तलाश ि1लया है.

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रात को बरसे बादल

दिन भर उमस से बेहाल रहे लोगों को रात में राहत की बूंदें नसीब हुई। पूरे दिन आसमान में बादलों की आवाजाही दिखी लेकिन बरसने के लिए उन्होंने रात का समय ही मुफीद समझा। रात में बादल बरसे और अच्छा बरसे। मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पाण्डेय कहते हैं कि पूरे पूर्वाचल में मानसून के बादल छाये हुए हैं। आज उन्हें परिस्थिति अनुकूल मिली है जिससे वो बरसे हैं। ऐसी ही परिस्थिति मिलती रही तो आने वाले दो तीन दिनों में अच्छी बारिश की संभावना है।