केस-1
पांडेयपुर-पचकोशाी मार्ग पर श्रीराम कालेज के सामने वाली गली में रहने वाली रेनू श्रीवास्तव बताती हैं कि लंबे समय से सीवर ओवरफ्लो होने से सब लोग परेशान है। मुहल्ले के एक नेता ने इस समस्या के निस्तारण कराने के लिए हर घर से चार-चार सौ रुपये भी ले लिया, लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी है.
केस-2
सरैया के रहने वाले संतोष यादव बताते हैं कि वरुणा नदी के किनारे का पूरा क्षेत्र लंबे समय से पेयजल की समस्या से जूझ रहा है। लगातार शिकायत के बावजूद अभी तक समस्या का निस्तारण नहीं किया गया। हाजी कटरा सरैया में मिनी ट्यूवबेल लगाने का प्रस्ताव भी जलकल विभाग को भेजा गया है.
केस-3
सारनाथ के रसूलगढ़ क्षेत्र में रहने वाले आशीष बताते हैं कि कई महीने पहले सीवर पाइप लाइन डालकर छोड़ दिया गया है, जिसमें कई जगह पर दरार आ गई है। इसके चलते लोगों को आने-जाने में दिक्कतें हो रही है। कई बार खेलते समय बच्चे भी गिर जाते हैं। कई बार शिकायतें हुई, लेकिन निस्तारण नहीं हुआ।
केस-4
चेतगंज के सराय गोवर्धन के सी 4-130 के पास रहने वाले अविनाश गुप्ता कहते हैं कि उनकी गली में सीवरेज सिस्टम ध्वस्त है। स्ट्रीट लाइट भी खराब है। गली भी जर्जर है। इस संबंध में बार-बार शिकायतें की गई, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। अंधेरा होने के कारण घर के पास खड़ी बाइक चोरी हो चुकी है, जबकि इसके आगे वाली गली में सब-कुछ दुरुस्त है.
90 वार्डों से हर दिन आती हैं 30 समस्याएं
वाराणसी (ब्यूरो)। ये चार केस सिर्फ उदाहरण है। ऐसी समस्याएं शहर के सभी 90 वार्डों में हंै। जहां से लगातार सिटी कमांड सेंटर में कम्प्लेन आ रही है। औसतन हर दिन 18 शिकायतें दर्ज होती हैं। इसके अलावा जोनल आफिस में हर दिन औसतन 12 शिकायतें आती हैं। लोग स्थानीय पार्षद को भी जनसमस्याओं की जानकारी देते हैं। हालांकि नगर निगम का दावा है कि पब्लिक की आने वाली शिकायतों में 90 फीसद का निस्तारण करा दिया जाता है। जलकल विभाग और जल निगम से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण में होने में थोड़ी वक्त लगता है।
60 फीसद से ज्यादा सफाई और सीवर की शिकायतें
सिटी कमांड सेंटर में आने वाली शिकायतों के अनुसार 1 से 11 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक कुल 184 लोगों ने अपने मुहल्ले में व्याप्त समस्याओं के बारे में जानकारी दी, जिसमें कूड़े न उठने की 75, सीवर की 55, पशु विभाग की 19, लाइट-7, अतिक्रमण-7, सामान्य विभाग-20 और उद्यान विभाग की एक शिकायत शामिल है। यानी 60 फीसद से ज्यादा सफाई और सीवर की शिकायतें आती हैं। सिटी कमांड सेंटर के अनुसार कूड़े की 6, सीवर की 7 और सामान्य विभाग की तीन शिकायतें पेंडिंग है। बाकी शिकायतों का निस्तारण करा दिया गया है.
नगर विकास मंत्री ने दिया 100 दिन
योगी कैबिनेट में शामिल नगर विकास मंंत्री एके शर्मा ने वाराणसी नगर निगम को 100 दिन का टारगेट दिया है। 100 दिन के अंदर बनारस में व्याप्त सीवर, पाइप लीकेज, कूड़ा, जर्जर गली, लाइट, सड़क समेत सभी समस्याएं पूरी तरह से खत्म हो जानी चाहिए। 100 दिन बाद बनारस की समीक्षा होगी। खुद नगर विकास मंत्री वाराणसी में आकर निरीक्षण करेंगे। अगर शिकायतें मिली तो संबंधित अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा.
शहर की समस्याओं पर पूरा फोकस है। निगम मुख्यालय के अलावा जोन कार्यालय में जनसुनवाई की जा रही है। मैं खुद मौजूद रहता हूं। शिकायतें आने पर त्वरित एक्शन लिया जाता है। सीवर व लीकेज की समस्याओं का जल्द ही निस्तारण कराने प्रयास होता है.
-प्रणय सिंह, नगर आयुक्त