देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पकड़ी गई नशे की कीमत करीब 10 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा कोतवाली सिविल लाइन रुड़की पुलिस के साथ मिलकर नशा मुक्त देवभूमि अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। उन्होंने इस एसटीएफ की एक बड़ी सफलता बताया और कहा कि आगे भी इस तरह के अभियान लगातार जारी रहेंगे।

74440 टैबेलेट और कैप्सूल
रुड़की सिविल लाइन थाना पुलिस के साथ एएनटीएफ की इस संयुक्त कार्रवाई में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार युवकों की पहचान साहिब ए आलम पुत्र नवाबजान निवासी रहमतनगर मुरादाबाद और यहीं के जुबेर पुत्र सिराज अहमद के रूप में हुई। दोनों के पास ने कुल 74440 नशीली दवाइयां बरामद की गई। एसटीएफ की ओर से आरोपियों के खिलाफकोतवाली सिविल लाइन रुड़की में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।

एक आरोपी बी फार्मा का छात्र
नशीली दवाओं की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार साहिब ए आलम की उम्र 23 वर्ष है। वह मुरादाबाद का रहने वाला है और अमरोहा यूपी के एक कॉलेज में बी। फार्मा का छात्र है। उसने बताया कि बी फार्मा की पढ़ाई के दौरान दवाइयों के बारे में कुछ जानकारी मिली। इसी दौरान उसे पता चला कि नशे के आदी लोगों में कुछ दवाइयों की काफी डिमांड है। उसे यूपी से उत्तराखंड में इस तरह की दवाओं की तस्करी से अच्छा फायदा होने के बारे में भी पता चला। इसके बाद उसने जुबेर के साथ मिलकर नशीली दवाइयों की तस्करी करने का धंधा करने की योजना बनाई।

एसटीएफ खंगाल रही रिकॉर्ड
एसटीएफ दोनों आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि वे पहले भी इस तरह की तस्करी में लिप्त रहे हैं या नहीं। आमतौर में नशे की तस्करी में गिरफ्तार किये जाने वाले आरोपी कुछ समय पर जमानत पर छूट जाते हैं और फिर से तस्करी का धंधा शुरू कर देते हैं। पिछले दिनों पुलिस ने स्मैक की तस्करी के आरोप में एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो पहले भी तस्करी में गिरफ्तार हुआ था। जमानत के लिए उसने कर्ज लिया और कर्ज चुकता करने के लिए फिर से स्मैक की तस्करी शुरू कर दी थी। यूपी से पढ़ाई कर रहा एक स्टूडेंट भी दून में कुछ समय पहले भी स्मैक की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

एसटीएफ को दें सूचना
एसटीएफ उत्तराखंड के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने एक बार फिर अपने निम्न ऑफिस नंबर जारी करते हुए लोगों से अपील की कि वे नशे से दूर रहें। किसी भी तरह के लालच में आकर नशा तस्करी न करें। नशा तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखंड से संपर्क करें। एसटीएफ लगातार ड्रग्स-फ्री देवभूमि अभियान के तहत अपनी कार्रवाई जारी रखेगी।