आवासीय भवन में चल रहा पद्मावती नर्सिग होम किया गया सील

देहरादून, शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान पांचवें दिन भी जारी रहा। मंडे को कुल 44 अतिक्रमण ढहाये गए और 305 अतिक्रमण चिन्हित किये गये। इस दौरान एक नर्सिग होम भी सील किया गया। पांचवें दिन प्रशासन की टीम ने हरिद्वार रोड, धर्मपुर और गांधी रोड पर कचहरी चौक के आस-पास अतिक्रमण हटाया। अन्य सड़कों गलियों, बाजारों और रिस्पना व बिंदाल के किनारे किये गये सभी तरह के अतिक्रमण हटाने की योजना को भी इस दौरान अफसरों ने अंतिम रूप दिया गया।

नर्सिग होम सील

अतिक्रमण हटाये जाने के अभियान के तहत हरिद्वार रोड पर अवैध रूप से आवासीय भवन में चलाये जा रहे पद्मावती नर्सिग होम को सील किया गया। मंडे को भवनों को सील करने के काम में कुल 78 कर्मचारी लगाये गये थे। ये टीम अवैध रूप से चल रहे प्रतिष्ठानों के साथ ही उन कॉमर्शियल भवनों को भी सील कर रही है, जिनमें नियमानुसार पार्किंग की व्यवस्था नहीं है।

एक नजर में अभियान

कार्य कर्मचारी कार्रवाई

ध्वस्तीकरण 364 44

चिन्हीकरण 1093 305

सीलिंग 78 01

सड़कों के बाद गलियों का नंबर

हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने के इस अभियान के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि पहले शहर की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। इसके बाद गलियों और फुटपाथों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मलिन बस्तियां भी निशाने पर

शहर की रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे बसे स्लम भी अभियान के निशाने पर हैं। हालांकि इन मलिन बस्तियों के खिलाफ कार्रवाई का शेड्यूल अभी तय नहीं किया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि सड़कों और गलियों के बाद रिस्पना नदी के किनारे अनधिकृत रूप से किये गये अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने की कार्रवाई की जाएगी।

ये भी निशाने पर

- जोगीवाला चौक और उसके आस-पास के क्षेत्र

- नगर निगम की सीमा के अन्तर्गत रायपुर व सहस्त्रधारा मुख्य मार्ग

- डालनवाला और पलटन बाजार की गलियां

और तेज होगा अभियान

माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में तोड़फोड़ की कार्रवाई तेज की जाएगी। हाईकोर्ट ने सभी तरह के अतिक्रमण चार हफ्ते में हटाने के आदेश दिये गए हैं। नोडल अधिकारी का कहना है कि समय सीमा के भीतर काम पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। कर्मचारियों की कमी की स्थिति में आसपास के जिलों से भी कर्मचारी बुलाए जा सकते हैं।