- मकर संक्रांति के पर्व पर लाखों ने लगाई गंगा में डुबकी

- गुरुवार को 8 तो शुक्रवार को 10 लाख लोगों ने किया गंगास्नान

- अ‌र्द्धकुंभ का अगला स्नान 8 फरवरी को होगा आयोजित

HARIDWAR: मकर संक्रांति के मौके पर करीब क्8 लाख श्रद्धालुओं ने मां गंगा में डुबकी लगाई। सदियों से ये मान्यता रही है कि हर की पैड़ी में मां गंगा में डुबकी लगाने से लोगों के पाप कट जाते हैं। इसी मान्यता के साथ देश के कोने कोने से आए श्रद्धालुओं ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गंगा स्नान किया और पुण्य के भागी बने। स्नान के बाद कुछ श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर पित्रों के लिए कर्मकांड कराए।

क्8 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गुरुवार को करीब 8 लाख श्रद्धालुओं ने मां गंगा में डुबकी लगाई जबकि शुक्रवार को क्0 लाख लोगों ने गंगा स्नान किया। आईजी जीएस मर्तोलिया ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में क्8 लाख लोगों ने स्नान किया है। उन्होंने स्नान सकुशल सम्पन्न होन पर मेला पुलिस सहित स्थानीय लोगों का आभार प्रकट किया।

गंगा घाटों में गूंजते रहे जयकारे

सुबह से ही धर्मनगरी में श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। कड़ाके की ठंड के बीच देर शाम तक करीब क्0 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। पूरा दिन गंगा तट गंगा मैया के जयकारों से गुंजायमान रहा। हर की पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर भीड़ कम होने से श्रद्धालुओं को ब्रह्मकुंड में डुबकी लगाने का भी पूरा मौका मिला।

कई प्रदेशों से पहुंचे श्रद्धालु

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान आदिज्राज्यों से बसों ओर ट्रेनों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु निजी वाहनों से भी हरिद्वार पहुंचे। गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को जल अíपत किया। ठंड बढ़ने के बाद भी श्रद्धालुओं के उत्साह में कमी नजर नहीं आई। सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं के लिए हर की पैड़ी पर ब्रह्मकुंड, मालवीय घाट, सुभाष घाट, बिरला घाट, सर्वानंद घाट, प्रेमनगर सहति विभिन्न स्थानों पर स्नान की व्यवस्था की गई थी।

सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम

मकर संक्राति पर श्रद्धालुओं ने पुलिस और सुरक्षबलों के कड़े पहरे में गंगा स्नान किया। हर की पैड़ी क्षेत्र में प्रवेश करने वाले हर यात्री की गहनता से जांच पड़ताल की गई। फील्ड में हजारों जवान सतर्क रहे। वहीं सीसीटीवी और यूएवी से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही थी। रेवले स्टेशन से लेकर हाईवे व अन्य मार्गो, चौक चौराहों और गंगाघाटों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कंट्रोल रूम की पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रही।