- 16 किलोमीटर घने जंगल में रखे गए थे उपकरण

- माओवादियों की सक्रियता की आशंका ने उड़ाई नींद

HALDWANI: चोरगलिया से सटे जौलासाल के घने जंगल में क्म् किलोमीटर अंदर हथियार बनाने की फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस, एसओटीएफ और वन विभाग की संयुक्त टीम दो दिन से जंगल में कांबिंग कर रही है। फैक्ट्री के साथ ही खाने-पीने का सामान, टेंट और बर्तन आदि भी बरामद हुए हैं। हालांकि टीम के हाथ अब तक कोई भी संदिग्ध नहीं लगा है। माओवादी सक्रियता के संकेत ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है।

डेढ़ दर्जन दिखे थे हथियारबंद

मंगलवार रात एक वन गुर्जर ने लगभग डेढ़ दर्जन हथियारबंद लोगों को जौलासाल जंगल में देखा। सभी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। इसकी सूचना बुधवार को वन विभाग को दी गई। पुलिस तक मामला पहुंचा तो आला अफसरों में खलबली मच गई। डीआईजी कुमाऊं रेंज अजय रौतेला ने फौरन सीओ लोकजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस, एसओटीएफ, खुफिया व वन विभाग की संयुक्त टीम का गठन कर चोरगलिया से लगे जंगलों में कांबिंग के लिए रवाना कर दिया। टीम सड़क से करीब क्म् किलोमीटर दूर घने जंगल में पहुंची तो हथियार बनाने की फैक्ट्री मिली। क्षेत्राधिकारी लालकुआं लोकजीत सिंह ने बताया कि क्0 हजार से अधिक ब्लेड-आरी, एक क्विंटल वजनी हथियार बनाने के उपकरण जैसे डाई, चादर, नाल, पाइप, सांचा आदि सामान मिला है। जौलासाल रेंज के रेंजर की ओर से चोरगलिया थाने में अज्ञात लोगों के विरुद्ध आ‌र्म्स एक्ट और वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

वन विभाग की सूचना पर पुलिस, वन और एसओटीएफ की संयुक्त टीम गठित कर जौलासाल के जंगल में कांबिंग कराई गई। जंगल में जो हथियार बनाने के उपकरण मिले हैं, उनमें जंग लगा होने से पुराने होने का अनुमान है। आशंका जताई जा रही है कि शिकारी, लकड़ी तस्कर या अवैध हथियार की तस्करी करने वालों ने ये फैक्ट्री लगाई हो।

- अजय रौतेला, डीआईजी, कुमाऊं रेंज