- सर्वे के बाद कई दावेदारों का टिकट कटने की संभावना

- पहले भी हो चुका है सर्वे, घमासान को देखते हुए दोबारा हो रही तैयारी

DEHRADUN: विधानसभा चुनावों में बीजेपी में इस बार टिकटों को लेकर घमासान की नौबत है। इस घमासान के बीच अब पार्टी सर्वे कराने के बाद ही टिकट देने का मन बना रही है। अंदरखाने की खबर है कि सर्वे संघ के जरिए होगा।

तो संघ करेगा सर्वे

विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। भाजपा में टिकटों को लेकर घमासान मचा हुआ है। घमासान इसलिए भी देखा जा रहा है क्योंकि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक भी टिकट की दौड़ में हैं, जिससे पार्टी के भीतर नाराजगी देखने को मिल रही है। इसके अलावा बाकी सीटों पर भी एक नहीं कई दावेदार अपना दावा ठोक रहे हैं। मामला हाईकमान तक पहुंचा, ऐसे में अब इस स्थिति से निपटने के लिए अब पार्टी एक बार फिर सर्वे कराने के मूड में है। सूत्रों की माने तो इस घमासान से बचने के लिए बीजेपी सर्वे के जरिए उन्ही दावेदारों को टिकट देगी, जिनमें जीत का दम हो। अंदरखाने बताया यह भी जा रहा है कि सर्वे खुद संघ करेगा और फिर टिकटों की लिस्ट तैयार होगी।

पहले भी रहा है घमासान

ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब बीजेपी में टिकटों को लेकर घमासान मचा हो। ऐसा पहले भी हुआ है, लेकिन इस बार बीजेपी कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस रही है। कारण, फ्लोर टेस्ट से लेकर रास चुनाव में पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है। इसी कारण इस बार भाजपा हाईकमान टिकट के मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। वैसे भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व विधायकों के कारण पहले से संभावित उम्मीदवार खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। इसमें खासकर केदारनाथ, नरेंद्रनगर, रुड़की, धर्मपुर वाली सीट सबसे ज्यादा पेचीदा बनी हुई हैं। प्रदेश महामंत्री खजान दास कहते हैं कि कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को टिकट मिलता है, तो इन सीटों पर पार्टी के नेताओं को पार्टी हाईकमान कहीं न कहीं तवज्जो देने पर यकीनन विचार करेगी। जहां तक सीटों के आवंटन का मामला है तो पार्टी सर्वे भी करा सकती है।